1978 में बना जमुई जिले के खैरा प्रखंड का गरही डैम जिसे बिहार का दूसरा बड़ा जलाशय कहा जाता है, बताया जाता है कि यह जलाशय लगभग 20 किलोमीटर के परिधि में फैला हुआ है। जमुई जिले में यह जगह बिहार के नवादा और झारखंड के गिरिडीह के सीमा पर स्थित है। पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण माने जाने वाला इस जगह पर अब नौका विहार शुरू हो रहा है।
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1978 में बना जमुई जिले के खैरा प्रखंड का गरही डैम जिसे बिहार का दूसरा बड़ा जलाशय कहा जाता है, बताया जाता है कि यह जलाशय लगभग 20 किलोमीटर के परिधि में फैला हुआ है। जमुई जिले में यह जगह बिहार के नवादा और झारखंड के गिरिडीह के सीमा पर स्थित है। पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण माने जाने वाला इस जगह पर अब नौका विहार शुरू हो रहा है।

कोलकाता से आए ट्रेनर वोटिंग के लिए कई लोगों को ट्रेनिंग दे रहे हैं। वोटिंग के दौरान कोई हादसा ना हो इसके लिए यहां सुरक्षा को लेकर भी कई इंतजाम कर दिए गए हैं। गरही डैम पर जिला प्रशासन ने सुरक्षाकर्मियों की भी तैनाती की है। यह इलाका नक्सल प्रभावित रहा है, लेकिन बीते कुछ वर्षों में शांति बहाल होने के साथ ही विकास की गंगा दिखने लगी है, जिसका नतीजा है कि यहां पर्यटन को लेकर काम शुरू कर दिए गए हैं।

बता दें कि बीते महीने बिहार सरकार के दो मंत्री जिला प्रभारी मंत्री अशोक चौधरी के साथ मंत्री सुमित कुमार सिंह यहां आए थे, तब जिले के डीएम समेत कई पदाधिकारी भी मौजूद थे। उस समय ही बताया गया था कि डैम को टूरिस्ट स्पॉट बनाने के लिए यहां नौका विहार के उपाय किए जा रहे हैं।

जानकारी यह भी मिली है कि यहां पर एक रेस्ट हाउस के अलावा एक रेस्टोरेंट भी जिला प्रशासन बनाने जा रही है, जिससे यहां आने वाले पर्यटक कुछ देर रूके भी और स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिले।

वैसे तो जमुई में कई डैम हैं लेकिन पहली बार जिले में नौका विहार शुरू करने को लेकर जिले के डीएम अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि गरही डैम में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नौका विहार का उपाय किए जा रहे हैं, यहां आने वाले पर्यटक उसका आनंद लेंगे। वहां और भी कई सुविधाएं शुरू की जाएंगी। प्रकृति सुंदरता के बीच नौकायन लोगों को खूब पसंद आएगा।
