स्मार्ट मीटर जल जाए, तेज चले, नेटवर्क नहीं मिल रहा हो, बिल शो नहीं कर रहा हो या मीटर संबंधित किसी अन्य तरह की समस्या हो, 24 घंटे में दूर होंगी। इसके लिए स्मार्ट मीटर मेंटेनेंस पॉलिसी के तहत काम शुरू हो गया है।

पॉलिसी के तहत आठ साल तक मेंटेनेंस के लिए ईईएसएल के साथ 29 जनवरी 2021 में करार हुआ था। इसी के तहत स्मार्ट मीटर से जुड़ी शिकायतें दूर की जा रही हैं।

ईईएसएल इसमें फ्रांसीसी कंपनी फईडीएफ की मदद ले रहा है। उपभोक्ताओं की अपनी शिकायत ईईएसएल कंपनी के माध्यम से ईडीएफ को दूर करनी होगी। चरणबद्ध तरीके से शिकायतों को दूर करने की प्रकिया है। उपभोक्ता की शिकायत पर ईडीएफ के कर्मी मीटर की जांच करने पहुंचेंगे। उपभोक्ताओं को मीटर संबंधित शिकायत बिजली कंपनी के टोल फ्री नंबरर 1912 पर करनी होगी। सभी बिजली ऑफिस में शिकायत केंद्र स्थापित किए गए हैं।

उपभोक्ता यदि संतुष्ट नहीं होते हैं तो पुन: शिकायत कर सकते हैं। इसके बाद मीटर वाली कंपनी जांच करने पहुंचेगी। थ्री जी सिम का मीटर जीनस कंपनी का है और फोर जी सिम वाला मीटर एलएनटी कंपनी का है।

संबंधित मीटर वाली कंपनी के कर्मी जांच करने पहुंचते हैं। उसके बाद भी उपभोक्ता अगर असंतुष्ट हैं तो मीटर को एमआरटी लैब में जांच के लिए भेजा जाता है। घर पर लगे मीटर की जांच को नि:शुल्क रखा गया है।

हालांकि, लैब पहुंचने की स्थिति में शुल्क लगेगा। यह शुल्क उपभोक्ताओं को देना पड़ेगा। सिंगल फेज के लिए 118 रुपए और थ्री फेज के लिए 236 रुपए शुल्क लिया जाएगा। मीटर की जांच प्रक्रिया 15 दिनों में पूरी होती है। मीटर जलने पर बदलने में कोई शुल्क उपभोक्ताओं को नहीं देय है। मेंटेनेंस कंपनी फ्री में बदलेगी।

ईईएसएल के सीनियर मैनेजर अमरेश ने कहा, ‘स्मार्ट मीटर की मेंटेनेंस पॉलिसी के तहत काम शुरू कर दिया गया है। उपभोक्ताओं की शिकायतों के लिए टोल फ्री नंबर के साथ शिकायत करने की कई सुविधाएं दी गई हैं। अमूमन शिकायतें 24 घंटे में दूर करने का प्रावधान है। मीटर जलने की स्थिति में त्वरित बदला जाता है। मीटर से संबंधित रोजाना छह सौ के करीब शिकायतें आती हैं, जिसे दूर किया जा रहा है।’
