पटना के अगमकुआं थाने में मोबाइल लूट मामले में हाजत में बंद एक कै’दी की इलाज के दौरान एनएमसीएच में मौत हो गई। पुलिस ने श’व को अपने क’ब्जे में लेकर पो’स्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज भेज दिया है। मृतक की पहचान आलमगंज थाना क्षेत्र के मीना बाजार मछुआ टोली निवासी रंजीत साहनी के रूप में की गई है, जो अ’पराधी बताया जाता है।

बताया जाता है कि रंजीत साहनी अपने एक अन्य साथी के साथ बीते देर रात अगमकुआं आरओबी के पास राहगीर से मोबाइल लूट रहा था, इसी दौरान स्थानीय लोगों ने रंजीत साहनी की पि’टाई कर उसे पुलिस को सौंप दिया था। इस घ’टना के दौरान उसका साथी मौके से फ’रार होने में सफल हो गया था।

मंगलवार की सुबह थाने के हाजत में रंजीत साहनी की त’बीयत अ’चानक से बिगड़ने पर आनन-फानन में पुलिस ने उसे इलाज के लिए एनएमसीएच में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृ’त घो’षित कर दिया।

मृ’तक के परिजनों ने मौ’त के कारणों को बताने में असमर्थता जताई है। घ’टना के संबंध में पूछे जाने पर मृतक रंजीत साहनी की पत्नी कोमल कुमारी ने बताया कि बीते रात प्रिंस कुमार नामक युवक ने मोबाइल फोन पर कॉल कर उसे कुम्हरार बुलाया था और इसके बाद आज सुबह एनएमसीएच में उसे पति के मौत की जानकारी मिली। कोमल ने बताया कि उसका पति पिछले दो सालों से जेल में बंद था और चार दिन पूर्व ही वह जेल से छूट कर बाहर आया था।

पूरे मामले में पटना सिटी डीएसपी अमित शरण ने पो’स्टमार्टम रि’पोर्ट की बात का हवाला देते हुए कहा कि पो’स्टमार्टम रि’पोर्ट आने के बाद ही मौ’त का खुलासा हो सकेगा। सिटी डीएसपी ने बताया कि रंजीत साहनी अ’पराधी था, और वह कई आ’पराधिक मा’मलों में जेल जा चुका था।

रंजीत साहनी की मौत किसी बीमारी से हुई या फिर किसी अन्य कारणों से, यह अबतक स्पष्ट नहीं हो सका है। पो’स्टमार्टम रि’पोर्ट के बाद ही मौ’त का खुलासा हो सकेगा। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छा’नबीन में जुटी है।
