इलाके में संदिग्ध मौत का सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को भी दो लोगों की भागलपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई है। तारडीह गांव का बुच्ची मंडल (50 वर्ष ) एवं डुमरिया गांव का आशीष सिंह (22 वर्ष ) है। शनिवार से शुरू संदिग्ध मौत का सिलसिला अभी तक 13 लोगों के मौत तक पहुंच गया है।

आशंका है कि संदिग्ध मौत का आंकड़ा केवल अमरपुर में दो दर्जन तक भी पहुंच सकता है। डुमरिया गांव के तीन युवक को आंख से दिखाई नहीं देने की शिकायत है।

तीनों का भागलपुर के एक निजी नर्सिंग होम में इलाज चल रहा है। तीनों की हालत चिंताजनक बताई जा रही है। सोमवार की सुबह तारडीह गांव के कन्हाय तांती की तबीयत खराब होने पर स्वजन इलाज कराने रेफरल अस्पताल लाया। सभी को पेट दर्द, उल्टी, बदन दर्द एवं आंख से कम दिखाई देने की शिकायत थी।

उसे डा. रमेश कुमार ने गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया है। उसकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है।

विश्म्भरचक गांव के बैधनाथ शर्मा व गुलशन कुमार तथा कामदेवपुर गांव के सोनू कुमार भी इसी संदिग्ध बीमारी से पीड़ित था। लेकिन तीनों का निजी नर्सिंग होम में इलाज होने से फिलवक्त तबियत सामान्य है। पिछले तीन दिनों से क्षेत्र में लगातार संदिग्ध मौत के पीछे जहरीली शराब बताया जा रहा है। लेकिन शव का पोस्टमार्टम नहीं होने से चिकित्सक या फिर प्रशासन इसका पुष्टि नहीं कर रहे हैं। संदिग्ध मौत अबतक रहस्य ही बना हुआ है। हालांकि रविवार को संदिग्ध मौत को लेकर एसडीओ डा. प्रीति एवं एसडीपीओ डीसी श्रीवास्तव ने सभी संदिग्ध के घर जाकर स्वजनों से पूछताछ कर मौ’त के कारणों की वजह को तलाशी।

दोनों पदाधिकारी डुमरिया, कामदेवपुर, ओडैय, डुमरामा, लौसा, पाठकी के मौत वाले गांव गए। लेकिन जांच में कहीं भी शराब पीने के कारण मौत होने की पुष्टि नहीं हो पाई है। लगातार हो रही मौत चर्चा का विषय बना हुआ है।

तारडीह गांव के बुच्ची मंडल का भागलपुर के बरारी घाट तथा डुमरिया के आशीष सिंह का सुल्तानगंज घाट पर स्वजन का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। चिकित्सक ने भागलपुर रेफर कर दिया, मरीज में उल्टी, बदन दर्द आदि होने की शिकायत होने का पुष्टि किया है।