बिहार में ब्रिज, सड़कों और हाइवे का जाल बिछाया जा रहा है, जिससे प्रदेश की यातायात व्यवस्था सुगम हो सके। राजधानी पटना के बाद अब गया, दरभंगा, भागलपुर व मुजफ्फरपुर में रिंग रोड का निर्माण करवाया जाएगा। इसके अलावा आठ शहरों में नया बाइपास भी बनाया जाएगा। पटना में भी बाइपास बनाया जाना है।

पटना में एनएच 30 से बिग्रहपुर के रास्ते करबिगहिया कृषि फार्म तक नया बाइपास बनेगा। पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने गुरुवार को पथ निर्माण विभाग के बजट प्रस्ताव के तहत विधानसभा में यह जानकारी दी। वर्ष 2022-23 के लिए 58 अरब 19 करोड़ दो लाख 50 हजार रुपये का बजट पारित किया गया।

नए बाइपास के निर्माण के लिए 143.12 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। जिन जगहों को बाइपास के लिए चिह्नित किया गया हे उनमें अरवल जिला में कुर्था बाइपास, गोपालगंज जिले में कटैया बाइपास, वैशाली जिले में रामाशीष चौक से दिग्घी बाइपास, गया जिले में शेरघाटी बाजार बाइपास, नालंदा जिला में अरौत से कोरनामा, पटना में एनएच 30 से बिग्रहपुर होते हुए करबिगहिया कृषि फार्म तक, कटिहार जिल में एनएच 81 से एनएच 31 तक तथा दरभंगा में जरिसों चौक से विशुनपुर-बेनीपुर वाया बरमाझा पोखर तक का बाइपास शामिल है।

सड़कों के रखरखाव की निगरानी के लिए अगले वित्तीय वर्ष में कमांड एवं कंट्रोल रूम बनकर तैयार हो जाएगा. इसके माध्यम से डिजिटल मोड में रियल टाइम मानीटरिंग संभव हो पाएगी।वर्ष 2022-23 में एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) की ऋण राशि से नौ जगहों पर राज्य उच्च पथ का निर्माण कराया जाएगा।

इनमें सुपौल व अररिया जिले में गणपतगंज से परवा पथ (53 किमी), छपरा-सिवान जिले में मांझी-दरौली-गुठनी पथ (71.6 किमी), बक्सर जिले में ब्रह्मपुर -कोरानसराय-इटाढ़ी-सरंजा जालीपुर पथ (81 किमी), नवादा-गया जिले में वनगंगा-जेठियन-गहलौर भिंडास पथ (41.6 किमी),

भोजपुर जिले में आरा-एकौना-खैरा-सहार पथ (32.3किमी), मधुबनी जिले में मधुबनी-राजनगर-बाबूबरही-खुटौना पथ (41.1 किमी), सीतामढ़ी एवं मधुबनी जिले में सीतामढ़ी-पुपरी-बेनीपट्टी पथ (51.35 किमी),

बांका एवं भागलपुर में धोरैया-इंग्लिश (58), मोड़-असरगंज पथ और मुजफ्फरपुर जिले में हथौड़ी-आथर-बभनगामा-औराई पथ में आथर-बभनगावां के बीच बागमती नदी पर उच्चतस्तरीय पुल व पहुंच पथ का निर्माण शामिल है।