पटना। मौसम के करवट बदलने के बाद बिहार की हवा लगातार खराब होती जा रही है। वर्तमान समय में राज्य की हवा राजधानी दिल्ली से भी ज्यादा खराब हो गई है। बिहार में सबसे ज्यादा खराब स्थिति मुंगेर, कटिहार, भागलपुर एवं सहरसा की है।

इन शहरों में मानक से पांच से छह गुना ज्यादा खराब स्थिति पाई गई। मुंगेर में जहां 315 एयर क्वालिटी इंडेक्स पाया गया, वहीं कटिहार में 363, भागलपुर में 363 एयर क्वालिटी इंडेक्स रिकार्ड किया गया।

मंगलवार की सुबह रिकार्ड किए गए आंकड़ों के अनुसार राजधानी पटना में 208, मुजफ्फरपुर में 280, दरभंगा में 202, बक्सर में 200 एयर क्वालिटी इंडेक्स रिकार्ड किया गया। मानसून की बारिश शुरू होने पर प्रदूषण से निजात मिल सकती है।

बिहार में सबसे अच्छी स्थिति हाजीपुर की 65 एयर क्वालिटी इंडेक्स रिकार्ड की गई। बिहार राज्य पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष अशोक कुमार घोष का कहना है कि मौसम में आए बदलाव के कारण राज्य में प्रदूषण की स्थिति खराब हुई है। हवाओं की गति जैसे-जैसे तेज हो रही है प्रदूषण की स्थिति प्रदेश में लगातार गंभीर होती जा रही है।

राजधानी की सड़कों पर पड़ा धूलकण भी वायु को प्रदूषित कर रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि बिहार की भूमि में बालू की मात्रा काफी ज्यादा होने के कारण वातावरण प्रदूषित हो रहा है। सबसे ज्यादा गंभीर प्रदूषण वायु का ही है, जिसमें धूल कण की मात्रा बहुत ज्यादा है।

इसका मुख्य कारण प्रदेश में नदियों की बहुलता है। उसके विशाल पाट भी हवा को प्रदूषित करने में मदद कर रहा है। इस तरह की स्थिति आगे भी बने रहने की उम्मीद है। प्रदूषण से निजात तभी मिल सकती है, जब प्रदेश में मानसून की बारिश शुरू होगी।
