पापा जल्द पैसा दे दो, वरना…. रिश्तेदार ही निकले अ’पहरणकर्ता

अ’पहरणकर्ताओं के चंगुल से रि’हा हुए छात्र राज गोपाल (12) के ग’र्दन पर ज’ख्म के निशान मिले हैं। तीनों अ’पहरणकर्ताओं ने छात्र के ग’र्दन पर चा’कू रखकर प्रधानाध्यापक पिता चुनचुन गोपाल को फोन कराया। फोन पर बेटे के रोने और चि’ल्लाने की आवाज सुनाकर अ’पहरणकर्ताओं ने जल्द से जल्द पैसे लेकर आने की बात कही।

Munger News: called to father by keeping a knife on his neck - papa should  give the money soon, otherwise... Kidnapper was relatives - Munger News:  गर्दन पर चाकू रखकर पिता को पुत्र ने पिता को रुआंसे आवाज में कहा कि जल्द आइए, नहीं तो सभी गलत (मार) कर देंगे। बेटे की आवाज सुनकर पिता चुनचुन गोपाल सहित पूरे परिवार के लोग सहम गए।

पिता ने जब पुलिस को पूरी बात सुनाई तो सभी को आश्वस्त किया गया। पूरे मामले की लीड कर रहे एसडीपीओ नंदजी प्रसाद ने घरवालों को लगातार अपहरणकर्ताओं से संपर्क स्थापित करने को कहा। एसडीपीओ ने परिवार वालों को कह रखा था कि कुछ भी बोलकर लगातर संपर्क में रहिए, ताकि अपहरणकर्ताओं का मोबाइल लोकेशन मिल सके।

अपहरण मामले में पकड़े गया प्रशांत कुमार हेमजापुर गांव का ही है। अ’पह्रत छा’त्र के घर से कुछ दूरी पर ही प्रशांत का घर है। हेमजापुर ओपी प्रभारी रिंकू रंजन ने बताया कि प्रशांत का लखीसराय जिले के मानिकपुर गांव में रिश्तेदारी है। अ’पहरण में शामिल सुमित कुमार और समीर कुमार उर्फ सिटटू का प्रशांत के घर में रिश्तेदारी है। प्रशांत ने दोनों रिश्तेदार के साथ मिलकर अ’पहरण की सा’जिश रची थी। गांव के और प’ड़ोसी होेने के नाते प्रशांत छात्र राज गोपाल के बारे में पूरी तरह से परिचित था।

छात्र राज गोपाल घर का इकलौता चिराग है। चुनचुन गोपाल को एक ही पुत्र है। रविवार की रात इकलौते बेटे की अपहरण की घटना से सभी को झकझोर दिया। पुलिस की तत्परता से घर का चिराग सकुशल बरामद हो गया। प्रशांत ने अपने दोनों रिश्तेदारों को छात्र के बारे में सभी जानकारी दे रखी थी। दोनों अपहरणकर्ता कई बार हेमजापुर गांव भी आया था।

प्रशांत छात्र राज गोपाल की कई दिनों से रेकी कर रहा था। छात्र कब घर से निकलता है, कहां जाता है। ऐसी कई जानकारियां प्रशांत के पास थी। रविवार की शाम छात्र साइकिल से चांद टोला खेलने के लिए गया था। पहले से नजर रख रहे प्रशांत को इससे अच्छा मौका नहीं मिलनेे वाला था। प्रशांत ने अपने दोनों रिश्तेदार समीर कुमार उर्फ सिटटू को बुलाया। सूत्रों की मानें तो सभी अंधेरा होने का इंतजार कर रहे थे। अंधेरा होते ही तीनों ने मिलकर घ’टना को अंजाम दिया।

बेटे की सकुशल बरामदगी के बाद घरवालों के साथ-साथ हेमजापुर गांव के लोगों के चेहरे पर खुशी दिखी। रविवार की रात घटना के बाद सभी बदहवास हो गए थे। पुलिस ने देर रात 12 बजे के आसपास जैसे ही बेटे की सकुशल बरामदगी के बारे में बताया तो आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़ा। सुबह में ग्रामीण आेपी के बाहर पहुंचने लगे। घर के चिराग की सकुशल वापसी पर भगवान से प्रार्थना किया।

पुलिस कप्तान जग्गुनाथ रेड्डी जलारेड्डी ने बताया इस तरह के मामले को लेकर जिले के सभी थाना को निर्देशित किया गया है कि इस तरह की घटना कहीं भी हो, सभी पूरी आजादी के साथ करें। उसी का परिणाम है कि चंद घंटों में ही अपह्त हुए बच्चों को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाकर स्वजनों को सौंपा गया। इसका श्रेय एसडीपीओ नंद जी प्रसाद, हेमजापुर ओपी अध्यक्ष रिंकू रंजन कुमार, डीआइओ प्रभारी गौरव कुमार और टीम में शामिल जवानों को जाता है, सभी को पुरस्कृत किया जाएगा।

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