मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मु’क्का मा’रने वाले यु’वक के बारे में कहा जा रहा है कि वह मा’नसिक रू’प से क’मजोर है। यह दावा पुलिस और परिजन दोनों ही कर रहे हैं। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का कहना है कि बख्तियारपुर के अबू मोहम्मदपुर मोहल्ले के श्याम सुंदर वर्मा का 32 साल का बेटा शंकर कुमार वर्मा उर्फ छोटू मानसिक रूप से अस्वस्थ है। 
पड़ोसियों की मानें तो छोटू का दिमाग एकदम ठीक है, वह अय्याश किस्म का है और कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है। यही नहीं, कुछ साल पहले वह दो मंजिला घर की छत से भी कूद चुका है। दावा तो यह भी है कि उसने एक बार फांसी लगाकर आ’त्महत्या करने की भी कोशिश की थी। पत्नी उसे छोड़कर मायके चली गई है, इस वजह से आरोपी युवक के मानसिक तौर से परेशान रहने की बात से उसके पड़ोसी इत्तेफाक नहीं रखते। पड़ोसियों ने एक सुर में कहा कि शंकर मानसिक रूप से परेशान नहीं है। समाज में यह झूठ फैलाया जा रहा है कि वह पागल था। अगर वह पागल होता तो हम मोहल्ले वालों को जरूर पता होता। वह तो गलत लोगों की संगत में था।

उसने अय्याशी के लिए लोन भी ले रखा है, जिसे अभी तक चुकाया नहीं है। पड़ोसियों का यह दावा भी है कि शंकर ने किसी के कहने पर या पैसे की लालच में इस घ’टना को अं’जाम दिया होगा। उसके ऊपर काफी कर्ज था। आइए जानते हैं CM पर हमला करने वाले युवक की कहानी

उसके चाचा नवल किशोर वर्मा से बात हुई। उन्होंने बताया कि 6 से 7 साल पहले शंकर ने गुलजारबाग की एक लड़की से इंटर कास्ट मैरिज की थी। इसके बाद शंकर की तीन बेटियां हुई। करीब डेढ़ साल पहले शंकर को उसकी पत्नी छो’ड़कर मायके चली गई। तभी से शंकर मानसिक रूप से परेशान रहने लगा।

शंकर ने मुख्यमंत्री के साथ इस तरह का व्यवहार क्यों किया, इसकी वजह उन्हें नहीं पता। फिलहाल, शंकर के पिता श्याम सुंदर वर्मा अपने इलाज के लिए पटना में भर्ती हैं। घर पर किसी और सदस्य से मुलाकात नहीं हुई।

शंकर के मोहल्ले के लोगों से बातचीत की, तो उन्होंने कुछ और ही बातों का खुलासा किया। शंकर के पड़ोसियों ने एक सुर में कहा कि शंकर मानसिक रूप से परेशान नहीं है। वह आए दिन अपने घर के बाहर ऑर्केस्ट्रा में लड़कियों को बुलाकर डांस करवाया करता था।

वह अपनी पत्नी को भी इसी दलदल में धकेल रहा था, जिससे परेशान होकर पत्नी मायके चली गई। पत्नी ने उस पर FIR भी करवाया था। यही कारण है कि घर के आसपास के लोगों से शंकर और उसके परिवार की नहीं बनती है। वह कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है। उसका गलत लोगों के साथ संपर्क है। वह गलत प्रवृति का लड़का है। कर्जदार उसके घर पर बार-बार पैसे मांगने के लिए भी आते हैं।

पड़ोसियों ने बताया कि शंकर डाकघर काली स्थान में ज्वेलरी शॉप खोलने वाला था। अगर वह मानसिक रूप से परेशान था तो वह दुकान कैसे चलाता और कैसे वह आज उसका उद्घाटन करने वाला था। शंकर कुमार वर्मा उर्फ छोटू चार भाइयों में दूसरे नंबर पर है। वह डीजे और ऑर्केस्ट्रा में भी काम करता है। पड़ोसियों का दावा है कि मोहल्ले में अपना वर्चस्व दिखाने को लेकर कई लोगों से कर्ज ले रखा है। वह हर 6 महीने में अपनी मोटरसाइकिल बदलता रहता था।