मैट्रिक के नतीजों में बेटियों का जलवा, टॉपर समेत टॉप पांच में चार लड़कियां

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा गुरुवार को मैट्रिक परीक्षा के नतीजों का ऐलान कर दिया गया है। बिहार में इस बार मैट्रिक की परीक्षा में 79.88 परीक्षार्थी सफल रहे हैं। मैट्रिक के नतीजों में इस बार भी बेटियों का जलवा देखने को मिला है।जहां औरंगाबाद के दाउदनगर की रामायणी राय बिहार टॉपर बनी हैं तो वहीं पहले 5 स्थान में 4 बेटियां ही रही हैं। रामायणी को जहां पहला स्थान प्राप्त हुआ है तो वहीं नवादा की सानिया कुमारी को दूसरा रैंक, औरंगाबाद की ही गोह की रहने वाली प्रज्ञा कुमारी को तीसरा रैंक, खुसरूपुर, पटना की निर्जला कुमारी को चौथा रैंक प्राप्त हुआ है।रामायणी को जहां 500 में 487 अंक मिले हैं तो वहीं सानिया को 486 प्रज्ञा को 485 और निर्जला को 484 अंक मिले हैं। टॉप 10 की अगर बात करें तो टॉप टेन में कई लड़कियों ने अपना स्थान बनाया है।

आरा की रहने वाली मुस्कान खातून को छठा , जमुई की प्रिया राज, भागलपुर की अंशु कुमारी, भोजपुर की रिंकी कुमारी और समस्तीपुर की प्रियांशु को छठा रैंक मिला है। दूसरा स्थान पाने वाली नवादा की सानिया के पिता मिठाई की दुकान चलाते हैं। रिजल्ट में बेटी को दूसरा स्थान पाता देख पूरा परिवार भावुक हो गया।

दूसरा रैंक पाने वाली सानिया ने बताया कि वो डॉक्टर बनना चाहती है। सानिया के पिता ने कहा कि बेटी जो चाह रही है वही करे। ये पूरे परिवार के लिए गर्व का विषय है। बिहार में मैट्रिक की परीक्षा में कुल 12,86,971 परीक्षार्थी उतीर्ण हुए हैं।कुल उतीर्ण छात्रों की संख्या 6,78,110 है तो वहीं उतीर्ण छात्राओं की संख्या 6,08,861 है। टॉप 5 में 4 छात्राओं ने जगह बनाई है। मैट्रिक के नतीजों में प्रथम श्रेणी में कुल 4,24,597, द्वितीय श्रेणी से 5,10,411 परीक्षार्थी पास हुए हैं वहीं तृतीय श्रेणी से 3,47,637 परीक्षार्थी पास हुए हैं।

शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बिहार बोर्ड की तारीफ करते हुए कहा कि एक समय था जब लोग दूसरे बोर्ड में बच्चे नामांकन लेते थे लेकिन अब स्थिति ऐसी है कि अब बच्चे दूसरे बोर्ड से बिहार बोर्ड के माध्यम से इम्तिहान दे रहे हैं। ये बदलते बिहार और बदलती शिक्षा प्रणाली की निशानी है।

 

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