मुजफ्फरपुर। एईएस की तैयारी को लेकर पीएचसी में तैयारी अधूरी है। बंदरा में इलाज के लिए एईएस की किट अब तक उपलब्ध नहीं है। किट में बीपी मशीन सहित 13 उपकरण रखे गए हैं। इस किट के अभाव में बंदरा पीएचसी में आए एक मरीज को इलाज के बिना ही रेफर किया गया।
लेकिन हालात में अभी भी सुधार नहीं है। जिला वेक्टरजनित रोग पदाधिकारी डा.सतीश कुमार ने रविवार को बंदरा व मुशहरी पीएची का निरीक्षण किया। इस दौरान दोनों जगहों पर खामियां मिलीं। इस पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने दो दिनों के अंदर इन्हें दुरुस्त करने का टास्क दिया। कहा कि जिले में संदिग्ध मरीज अब दिखने लगे है।
इसलिए इलाज व जागरूकता की सुविधा होनी चाहिए। इधर सिविल सर्जन डा. बीरेन्द्र कुमार ने मड़वन व कांटी पीएचसी का निरीक्षण किया। सीएस ने कहा कि वहां पर एईएस को लेकर बेहतर तैयारी है। मुशहरी पीएचसी में बेड तैयार हैं लेकिन रोस्टर सही तरीके से लागू नहीं है।
हालांकि तीन दवाएं नहीं मिलीं। इस पर प्रबंधक को हिदायत दी गई कि चिकित्सक व कर्मियों का रोस्टर दो दिनों में ठीक किया जाए। बंदरा में भी रोस्टर में निरीक्षण के दौरान दवा नहीं मिली व गड़बड़ी पाया गया। वहां भी डा. सतीश ने सुधार के लिए नसीहत दी। उन्होंने प्रभारी से कहा कि सोमवार को सेंट्रल गोदाम से इलाज वाली किट को लाकर वार्ड में रखें। आशा के जरिए प्रचार कराया जाए। इस बीच वहां एक मरीज को दो दिन पहले रेफर किया गया है।
