बिहार में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के भ्र’ष्टाचार में संलिप्त होने का एक और मा’मला सामने आया है। विजिलेंस की टीम ने भ्रष्ट मुखिया रं’गे हाथ गि’रफ्तार किया है। वार्ड सदस्यों ने मुखिया पर घू’स मांगने का आरोप लगाते हुए निगरानी में इसकी शि’कायत की थी।
मामले का सत्यापन करने के बाद विजिलेंस की टीम ने योजना बनाई और मुखिया को 15 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। घूस लेने के आरोपी मुखिया को निगरानी की टीम पटना ले गई है। उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार, बगहा के भैरोगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत बांसगांव मंझरिया के मुखिया को निगरानी ने 15 हजार रुपये नगदी के साथ धर दबोचा है। निगरानी टीम के मुताबिक, वार्ड के कार्यों को मूर्तरूप देने के लिए मुखिया ने 3 वार्ड सदस्यों से नजराना मांगा था। इस बात की शिकायत वार्ड सदस्यों ने विजिलेंस से की थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है। पटना से आई विजिलेंस टीम ने बगहा एक प्रखण्ड अंतर्गत बांसगांव मंझरिया के मुखिया को रंगे हाथों पकड़ा है।
मुखिया की गिरफ्तारी करने आई विजिलेंस टीम के इंस्पेक्टर मणिकांत ने बताया कि आरोपी मुखिया ब्रजेश राम ने तीन वार्ड सदस्यों से 5-5 हजार रुपये मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं को ऑनलाइन अपलोड करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। इस शिकायत के मद्देनजर आरोपी मुखिया ब्रजेश राम को विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया और उन्हें पटना लेकर गई है।
सरकार की ओर से सात निश्चय योजनाओं में अनियमितता को लेकर मुखिया की गिरफ्तारी से हड़कंप मच गया है। अब तक अधिकारियों की गिरफ्तारी की खबरें सामने आती रही हैं, ऐसे में निगरानी टीम द्वारा मुखिया की गिरफ्तारी के बाद योजनाओं में हो रही लूट पर से भी पर्दा उठने की संभावना है।
बगहा में हुई विजिलेंस के इस कार्रवाई से वार्ड सदस्यों और मुखिया प्रतिनिधियों में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि मुखिया की गिरफ्तारी पंचायत भवन से हुई है। गांव में इसकी चर्चा जोरों पर है।