मुजफ्फरपुर। शहर में विकास और इसकी राह में बाधा बनने वालों की छुट्टी करने की तैयारी पूरी कर ली गई है। इस दिशा में मुजफ्फरपुर नगर निगम ने पहल की है। निगम प्रशासन ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। अब केवल अधकारियों के इशारों का इंतजार है। इसके बाद बुलडोजर चलना शुरू हो जाएगा। यदि बुलडोजर की मदद से अतिक्रमण दूर नहीं किया गया तो इस बार भी शहर में जलजमाव की समस्या हो सकती है। जिससे लोगों की परेशानी बढ़ सकती है। बारिश के दिनों में शहर का पानी फरदो नाले से कैसे निकलेगा जब इसकी आधी चौड़ाई अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है।
अतिक्रमण के कारण 20 फीट चौड़ा नाला महज 10 फीट में सिमट कर रह गया है। इसके कारण बारिश के दिनों में शहर में जमा पानी तेजी से नहीं निकल पाता और शहर का एक बड़ा हिस्सा कई दिनों तक जलमग्न रहता है। इस समस्या से निदान को नगर निगम निजी एजेंसी के माध्यम से पहली बार सतह तक नाले की सफाई करा रहा है।
एजेंसी नाला में आधुनिक मशीनों को उतार कर उड़ाही कर रहा है, लेकिन अतिक्रमण उसके रास्ते में बाधक बना हुआ है। नाला की कम चौड़ाई होने के कारण सफाई वाहनों को नाला में उतर काम करने में नहीं बन रहा है। नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय के अनुसार नाला की जमीन का अतिक्रमण करने वालों की सूची तैयार की जा रही है। इससे बाद उनको नोटिस भेज अतिक्रमित जमीन खाली कराने को कहा जाएगा।
इसके बाद भी हालात नहीं बदले तो निगम अतिक्रमित जमीन को स्वयं खाली करा लेगा। नगर आयुक्त ने महापौर ई. राकेश कुमार एवं पार्षदों से अनुरोध किया है कि वे भी अपने स्तर से नाले की जमीन को खाली करने के लिए शहरवासियों से अपील करें।
नगर आयुक्त ने कहा कि यदि फरदो नाले को उसके स्वरूप में ला दिया जाए तो शहर को एक बड़ा हिस्सा जलजमाव की समस्या से मुक्त हो जाएगा।

