बिहार के सदिशोपुर में 18 दिन पहले द’फनाई गई महिला की ला’श क’ब्र से निकाली जाएगी। डीएम के आदेश पर महिला की लाश का पो’स्टमॉर्टम कराया जा रहा है। पो’स्टमॉर्टम से पता लगेगा कि इस महिला की मौत सामान्य रूप से हुई थी या उसकी ह’त्या की गई थी। यह मामला बिहटा के सदिशोपुर में रहनेवाले मोहम्मद मुमताज अंसारी के घर का है। 26 मार्च की दोपहर मुमताज अंसारी की बेगम वाशिया खातून की मौ’त हो गई थी। उन्होंने इस मौत की सूचना वाशिया खातून के मायके में भी दी थी।
अगले दिन जब वाशिया खातून की मां शवरा खातून झारखंड के बोकारो से बिहार के बिहटा अपनी बेटी के ससुराल पहुंचीं तो उन्होंने बेटी के गले में निशान देखा। इस बारे में शवरा खातून ने बेटी के ससुराल वालों से बार-बार पूछा, मगर उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। शवरा खातून के बार-बार रोके जाने के बाद भी शव दफना दिया गया।
बिहटा के अंचलाधिकारी कन्हैया लाल के मुताबिक, शवरा खातून ने इस बारे में लिखित शि’कायत दी है। उनका कहना है कि उनकी बेटी की वाशिया खातून की ह’त्या की गई है। ऐसे में ह’त्या की गुत्थी सुलझाने के लिए सदिशोपुर कब्रिस्तान से मोहम्मद मुमताज अंसारी की पत्नी वाशिया खातून का श’व प्रशासन की देखरेख में निकाला जा रहा है।
पुलिस पदाधिकारी महेश कुमार के मुताबिक, मृ’तका की मां ने पुलिस को बताया है कि 2013 में उनकी बेटी वाशिया खातून का निकाह बिहटा के सदिशोपुर के रहने वाले मोहम्मद मुमताज अंसारी से हुआ था। उसी समय से ससुराल में उनकी बेटी के साथ मा’रपीट किया जाता रहा। दो बच्चों के जन्म के बाद भी मा’रपीट का सिलसिला रुका नहीं।
शवरा खातून का कहना है कि 25 मार्च को भी उनकी बेटी के साथ मा’रपीट की गई और 26 को अचानक उसकी मौत की खबर आई। पुलिस का कहना है कि श’व को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और पो’स्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि इसकी ह’त्या हुई है या यह मौ’त का सामान्य मामला है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में किसी की गि’रफ्तारी नहीं की है। 