पटना। भगवान शिव के 11वें रुद्रावतार, यानि श्री हनुमान जी का जन्म चैत्र शुक्ल पक्ष की उदया तिथि पूर्णिमा के दिन हुआ था। इस दिन हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता है। एक अन्य मत के अनुसार हनुमान जन्मोत्सव कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को भी मनाया जाता है।
हालांकि, चैत्र पूर्णिमा को हनुमान जन्मोत्सव मनाने की मान्यता अधिक है। कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को विजय अभिनन्दन महोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस बार हनुमान जन्मोत्सव 16 अप्रैल को मनाया जा रहा है।
इस दिन श्री हनुमान जी की पूजा भय से मुक्ति दिलाकर सुरक्षा प्रदान करती है तथा सुख-साधनों से फलीभूत करती है। आइए जानते हैं पूजा के शुभ मुहूर्त, पूजा विधि व सामग्री तथा मंत्र।
पूजा के शुभ मुहूर्त पूर्णिमा तिथि: 16 अप्रैल को सुबह 05: 55 बजे से 12:24 बजे तक। हनुमान जन्मोत्सव के दिन हनुमान जी की पूजा करने के लिए एक चौकी, एक लाल कपड़ा, हनुमान जी की प्रतिमा या तस्वीर, एक कप अक्षत, घी से भरा दीपक, फूल, रोली या चंदन, गंगाजल, तुलसी की पत्तियां, धूप, नैवेद्य (गुड और भुने चने) लें।
