सरकारी स्कूल में अब बच्चे और हेडमास्टर साथ में खाएंगे, भोजन क्वालिटी सुधारने की कवायद तेज

राज्य के विद्यालयों में बच्चों के साथ पंक्ति में बैठकर हेडमास्टर को भी मध्याह्न भोजन करने का निर्देश शिक्षा विभाग ने दिया है। विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने सभी जिला पदाधिकारियों, जिला शिक्षा पदाधिकारियों, जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को इस बारे में पत्र लिखा है। उन्होंने मंगलवार को लिखे पत्र में कहा है कि मध्याह्न भोजन के सतत निरीक्षण की जरूरत है।

बच्चों के साथ भोजन करने से अपनत्व की भावना भी आएगी

संजय कुमार ने यह भी कहा है कि भोजन चखने के आधे घंटे के बाद जब बच्चों के बीच भोजन वितरण किया जाए तो उनके साथ पंक्ति में बैठकर प्रधानाध्यापक या प्रभारी प्रधानाध्यापक भी भोजन करेंगे। साथ ही क्रमवार भोजने चखने वाले विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष- सचिव- अन्य सदस्य- अभिभावक भी बच्चों की पंक्ति में बैठकर भोजन करना सुनिश्चित करेंगे। जिला पदाधिकारी या जिला पदाधिकारी द्वारा अधिकृत पदाधिकारी मध्याह्न भोजन योजना के अनुश्रवण या निरीक्षण के लिए जब भी विद्यालय जाएं तो उनसे भी बच्चों के साथ बैठकर भोजन करने का आग्रह किया जाए। इससे भोजन की अनवरत गुणवत्ता सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी और बच्चों के बीच भी अपनत्व की भावना विकसित होगी।

5 अप्रैल को लिखे गए पत्र में दिए गए थे ये निर्देश

बता दें कि खास तौर से एनजीओ द्वारा स्कूली बच्चों को उपलब्ध कराए जा रहे मध्याह्न भोजन पर सवाल उठते रहे हैं। पानी जैसा दाल और सब्जी की क्वालिटी भी पोषणयुक्त नहीं होने की शिकायत मिल रही है। संजय कुमार द्वारा पत्र लिखे जाने से पहले 5 अप्रैल 2022 को पीएम पोषण योजना, बिहार के विशेष सचिव सह निदेशक सतीश चंद्र झा ने सभी पी.एम. पोषण योजना से जुड़े जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को ये जरूरी निर्देश दिए थे- – मध्याह्न भोजन तैयार होने के बाद सर्वप्रथम विद्यालय के प्रधानाध्यापक या प्रभारी प्रधानाध्यापक और रसोईया- सह – सहायक के द्वारा भोजन चखा जाएगा।

साथ ही भोजन चखने के बाद भोजन की गुणवत्ता व स्वाद के संबंध में पंजी पर टिप्पणी अंकित करेंगे। – प्रधानाध्यापक व रसोईया- सह- सहायक दोनों द्वारा भोजन को चखे जाने के आधे घंटे के बाद ही बच्चों के बीच भोजन को वितरित किया जाएगा। – विद्यालय मे संचारित गुणवत्ता- सह- निरीक्षण पंजी (चखना पंजी) में प्रतिदिन चखने वाले व्यक्ति का नाम और भोजन की गुणवत्ता संबंधित टिप्पणी अंकित किया जाना अनिवार्य होगा।

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Discover more from Muzaffarpur News

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading