फायर डिपार्टमेंट के टोल फ्री नंबर पर आ रहे आशिक मिजाज लड़कियों के फोन, दिल की आग बुझाने के लिए मांगती हैं पानी

गर्मियों के मौसम में अग्निशमन विभाग के अधिकारी विशेष सतर्कता बरतते हैं। टोल फ्री नंबर 101 पर आने वाले हर फोन कॉल्‍स को गंभीरता से लिया जाता है। कॉल पिक करने के लिए बकायदा कर्मचारी ड्यूटी लगाई जाती है, ताकि कोई भी कॉल मिस न हो। लेकिन, आजकल गोपालगंज अग्निशमन विभाग के कर्मचारी फेक कॉल से काफी परेशान हैं।  खासकर आशिक मिजाज लड़कियां टोल फ्री नंबर पर फोन कर शादी का प्रस्‍ताव दे रही है। कुछ युवतियां तो फोन फायर डिपार्टमेंट के अधिकारियों से दिल में लगी आग को बुझाने के लिए पानी तक की डिमांड कर रही हैं।

दरअसल, आगजनी की घटनाओं की सूचना देने के लिए बनाए गए टोल फ्री नंबर पर ज्यादातर समय फॉल्स कॉल में गुजर जाता है। फायर स्टेशन के कर्मचारियों की मानें तो टोल फ्री नंबर का व्यापक तौर पर दुरुपयोग हो रहा है। हर दिन 15 से 20 फोन कॉल लड़कियों के आते हैं। इसमें इश्क की खुमार में जल रही महिलाएं दिल की आग बुझाने के लिए फायर स्टेशन से पानी मांगने लगती हैं। कंट्रोल रूम के कर्मियों को मोबाइल रिचार्ज कराने और शादी का प्रस्ताव भी दिया जा रहा है। यह हाल तब है जब अप्रैल में जिले में 27 अगलगी की घटनाएं हो चुकी हैं।

कंट्रोल रूम के कर्मचारियों की परेशानी
फायर स्टेशन के कंट्रोल रूम के कर्मचारी सत्यप्रकाश सिंह ने बताया कि आग लगने के इस मौसम में फॉल्‍स फोन कॉल आने के कारण वे परेशान हैं। लम्बे समय तक फोन व्यस्त होने के कारण जरूरतमंद लोगों का कई बार फोन नहीं लग पाता है, जिसके चलते उन्हें समय पर सुविधा नहीं मिल पा रही है।
दो मोबाइन नंबर जारी
अग्निशमन विभाग के पदाधिकारी उपेंद्र कुमार कहते हैं कि गोपालगंज जिला मुख्यालय फायर स्टेशन के टोल फ्री नंबर 101 को जनता की सुविधा के लिए जारी किया गया है. इस नंबर पर कोई भी व्यक्ति आगजनी की सूचना तत्काल फायर स्टेशन तक पहुंचा सकता है। अब मोबाइल नंबर 7485805810 और 7485805811 पर भी अगलगी की सूचना दी जा सकती है। इससे कॉल करने वाले का नाम और पता ट्रेस किया जा सकेगा। वह कहते हैं कि जरूरत है कि प्रशासन ऐसे फर्जी फोन कॉल की छानबीन कर ठोस कार्रवाई करे।
किराये की शेड में चल रहा कार्यालय
आग पर काबू पाने की व्यवस्थाओं पर नजर डालें तो अग्निशमन विभाग के पास खुद का भवन नहीं है।  विस्कोमान भवन के शेड में कार्यालय चल रहा है। जिले में कुल छोटी-बड़ी 14 गाड़ियां हैं। इनमें 10 छोटी गाड़ियां थानों को सौंपी गयी हैं, ताकि ग्रामीण इलाकों में आग लगने पर तत्काल काबू पाया जा सके. विभाग में कर्मचारियों का भी अभाव है। यहां कुल दो फायर सब-स्टेशन हैं, जहां पर एक अग्निशमन पदाधिकारी समेत 36 कर्मचारी हैं। फायरमैन, चार हवलदार, प्रधान चालक, दो डिवीजनल ऑफिसर का पद रिक्त है।  होमगार्ड जवानों के भरोसे ग्रामीण इलाकों में आग पर काबू पाने का इंतजाम है।

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