मुजफ्फरपुर में देवर को भाभी से प्यार हो गया। देवर भाभी से मिलने गांव पहुंचा तो गांव वालों ने काजी को बुलाया और दोनों का निकाह करवा दिया। जैसी ही इसकी सूचना लड़के के परिवार को मिली उन्होंने उसे तुरंत फोन किया और लड़की को अपनाने से इनकार कर दिया। इसकी वजह से लड़की की विदाई नहीं हो पाई। दोनों पक्षों के समझौता कराने की कोशिश जारी है। मामला मनियारी गांव का है। लड़की की विदाई नहीं हो सकी। ऐसे में अब ये मामला पुलिस तक भी पहुंच चुका है।


दरअसल, बोचहां थाने के सरफुद्दीनपुर की रहने वाली अमीना (27) की शादी शहर कर मोहम्मद निजाम से हुई थी। शादी से उसे 4 बच्चे हुए। चार साल पहले उसके पति की मौत किसी बीमारी से हो गई। वह बिल्कुल अकेली हो गई।

देवर ने थामा हाथ
तभी देवर मोहम्मद नसीम ने उसका हाथ थाम लिया। दोनों के बीच प्रेम संबंध हुआ। दो साल से ये रिश्ता चोरी-छिपे चल रहा था। लेकिन, महिला के परिजन को इसकी जानकारी थी। दोनों समाज में बदनामी और लोक लाज के चलते इस रिश्ते को कबूल नहीं कर पा रहे थे। चोरी-छिपे ही रिश्ता निभा रहे थे।

बहन के घर गई थी महिला
अमीना मनियारी में अपने बहन के घर गई हुई थी। इसी दौरान उसका देवर भी वहां पहुंच गया। अमीना के बहन के घरवालों ने देखा कि ये अच्छा मौका है। आसपास के लोगों को एकजुट किया। मौलवी को बुलाया गया। फिर दोनों का निकाह करवा दिया गया। बस फिर यहां से कहानी में ट्विस्ट शुरू हो गया। लड़का-लड़की दोनों तैयार थे और खुश भी थे। लेकिन, जब लड़के के घरवालों को इसकी जानकारी लगी तो वे लोग फौरन मनियारी पहुंचे। वहां से अपने बेटे को कॉल किया तो उसने कहा कि निकाह हो गया। आधे रास्ते से लोग लौट गए और कहा कि हमें ये रिश्ता कबूल नहीं है।

