पटना : जब दिल में कुछ चाह हो तो पूरी कायनात उससे तुमसे मिलाने की कोशिश में लग जाती है। बिहार के आरा से निकलकर बीएड करने के उद्देश्य से पहली बार शुभम नामांकन कराकर जब वो हरिद्वार के डीएसवीवी पहुंचे तो वहां पर बच्चों को योग करते देखकर काफी प्रभावित हुए।
वो प्रभाव इतना गहरा रहा कि योग के आगोश में समाने से खुद को रोक नहीं सके। उसके बाद उन्होंने मन ही मन योग के क्षेत्र में ही कैरियर बनाने का फैसला कर लिया।
इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की और पूरा जोर लगा दिया। उसी मेहनत और लगन की बदौलत आज इस मुकाम पर हैं कि बिजनेस, स्पोर्ट्स और बॉलीवुड के कई नामचीन हस्ती उनसे योग सीखने को लालायित रहते हैं।
भोजपुर आरा के डीएम कोठी के रहने वाले शुभम की। इनके पिता सनत श्रीवास्तव एक व्यापारी हैं और मां गृहिणी। नियमत: गायत्री मंदिर जाने के सवाल पर वो सहज बताते हैं कि इसके लिए प्रेरणा उनकी दादी मां से मिली। वो गायत्री उपासक थीं और उन्हीं की वजह से मैं भी गायत्री परिवार से जुड़ गया।

