मुजफ्फरपुर। समाहरणालय में डीएम प्रणव कुमार की अध्यक्षता में एईएस को लेकर महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक के पश्चात सभी प्रखंडों के बीडीओ, सीडीपीओ एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एईएस/चमकी बुखार पर नियंत्रण को लेकर किए जा रहे कार्यो की स्थिति की जानकारी ली गई। वहीं अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए। बैठक में पंचायतवार वाहनों की टैगिंग की जानकारी ली गई।
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया कि टैग किए गए अधिकांश वाहनों का वेरीफिकेशन कर लिया गया है। बैठक में डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि अडॉप्ट-अ-विलेज कार्यक्रम के तहत आवंटित किए गए पंचायतों के पदाधिकारी व कर्मी 10 बजे पूर्वाह्नन के पूर्व या शाम 5 बजे के बाद चौपाल लगाएंगे और लोगों को जागरूक करेंगे।
साथ ही प्रचार-प्रसार के कार्यो का निरीक्षण कर प्रतिवेदन देना सुनिश्चित करेंगे। बैठक में सभी अपर समाहर्ता को निर्देशित किया गया कि वे पीएचसी का औचक निरीक्षण रात में या सुबह के समय करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही निरीक्षण प्रतिवेदन भी उपलब्ध कराएंगे। वहीं आईसीडीएस डीपीओ को निर्देशित किया गया कि जिन घरों में 10 वर्ष से कम आयु के बच्चे हैं, उनकी लाइन लिस्टिंग के कार्य में तेजी लाना सुनिश्चित करें।
वहीं जिला जनसंपर्क अधिकारी को निर्देशित किय गया कि सभी प्रखंड मुख्यालयों, अनुमंडल मुख्यालय व जिला मुख्यालय सहित सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में होर्डिंग/ फ्लेक्स लगाने के कार्य में तेजी लाने पर जोर दिया गया, साथ ही उन्हें निर्देशित किया गया कि एलईडी वाहन के माध्यम से प्रचार-प्रसार का कार्य चार दिन के अंदर शुरू करना सुनिश्चित करें। वहीं सभी बीडीओ को प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक प्रत्येक सप्ताह करने का निर्देश देकर बैठक की कार्यवाही का रिपोर्ट उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया। वहीं जीविका को स्वयं सहायता समूह की बैठक में चमकी पर चर्चा कार्यक्रम को गति देने पर बल दिया गया। जबकि आईसीडीएस डीपीओ को निर्देशित किया गया कि आंगनवाड़ी सेविका/सहायिका द्वारा प्रतिदिन किए जा रहे होम विजिट का अनुश्रवण करना सुनिश्चित करने व प्रत्येक लाभुक परिवार के मोबाइल में सेविका, सहायिका/आशा, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं वाहन चालक का नंबर सेव कराने के बारे निर्देश दिया गया।
बताया गया कि उक्त कार्य किया जा रहा है। वाहनों की टैगिंग की धीमी प्रगति पर संतोषजनक जवाब नहीं देने के कारण बोचहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बैठक में अनुपस्थित रहने के कारण बोचहां सीडीपीओ से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया गया। साथ ही जिला कल्याण पदाधिकारी द्वारा अभी तक विकास मित्रों को ट्रेनिंग कार्यक्रम नहीं कराने को लेकर स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया गया। बैठक में निर्देश दिया गया कि जिन प्रखंडों में पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण अभी तक नहीं किया गया है वहां 30 तारीख तक हर हाल में प्रशिक्षण देना सुनिश्चित किया जाय। डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया कि अलर्ट मोड में कार्य करें। चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के मद्देनजर कार्य मे कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मौके पर डीडीसी आशुतोष द्विवेदी, नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय, अपर समाहर्ता राजेश कुमार, अपर समाहर्ता श्री ओम प्रकाश, जिला परिवहन पदाधिकारी, प्रभारी सीएस, जिला मलेरिया पदाधिकारी-सह-नोडल पदाधिकारीएईएस डॉ सतीश कुमार, डॉ. गोपाल शंकर सहनी, डॉ एके पांडे, डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि डॉ आनंद गौतम, डीपीएम बीपी बर्मा, डीपीआरओ कमल सिंह, केयर के जिला प्रतिनिधि सौरभ तिवारी उपस्थित थे।
