मुजफ्फरपुर : बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय स्थित सीनेट हॉल में लोक शिक्षा समिति बिहार के तत्वावधान में राष्ट्र पुनर्निर्माण के संदर्भ में राष्ट्रीय शिक्षा नीति विषय पर शैक्षणिक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता प्रोफेसर कैलाशचंद शर्मा व संचालन डॉ.दीप्तांशु भास्कर ने की।

डॉक्टर अजीत कुमार पांडेय ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर वंदना के साथ हुआ। भारती शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय एवं लोक शिक्षा समिति बिहार द्वारा सेमिनार में कुलपति डॉ. गोपाल जी त्रिवेदी ने कहा कि नई शिक्षा नीति से देश की भावी पीढ़ी में को सही दिशा मिलेगी। नई शिक्षा नीति देश के नौजवानों में आशा का संचार करेगा।
उन्होंने कहा कि आज शिक्षा ग्रहण कर लोग रोजगार के लिए जहां-तहां भटक रहे हैं। शिक्षा का उद्देश्य लोगों को निराश करना नहीं सही दिशा देना होना चाहिए। नई शिक्षा नीति से जॉब शैक्षणिक माहौल सुदृढ़ होगा। लोगों में राष्ट्रीयता की भावना जागृत होगी। उन्होंने कहा कि जिस देश के नौजवानों में निराशा की भावना जागृत हो जाएगी उसका फिर विकास संभव नहीं है।
नई शिक्षा नीति लोगों में आशा का संचार करेगा। मुख्य वक्ता कियन रघुनंदन ने कहा कि हमारे देश में शिक्षा नीतियों की कमी नहीं रहे। नई शिक्षा नीति का क्रियान्वयन इस सरकार में सही से होगा ऐसा लोगों का विश्वास है। सेवानिवृत्त आईपीएस सुकन पासवान प्रज्ञा चक्षु ने कहा की नई शिक्षा नीति लोगों में राष्ट्रीयता की भावना को प्रबल करेगी ऐसा विश्वास है।
वहीं राकेश पांडे प्रो. प्रकाश पांडे, डॉ. सुबोध कुमार आदि ने विचार रखें। मौके पर डॉक्टर भारद्वाज, मधुमंगल ठाकुर, नकुल कुमार शर्मा, रामलाल, धीरेंद्र कुमार सिंह, मधु, पंकज कुमार आदि भी मौजूद रहे।

