छेड़खानी का आरोप लगा युवक को हाथ-पैर बांध कर पीटा, कान का पर्दा फटने की आशंका; पुलिस ने बचाया

एक युवक के हाथ-पैर बांध कर कुछ लोगों ने उसकी जमकर पिटाई की। करीब साढ़े तीन घंटे तक उसके हाथ-पैर बंधे रहे। हालांकि, पुलिस के वहां पहुंचने से पहले युवक की रस्सी खोल दी गई। घटना उस वक्त हुई, जब एक शादी समारोह में डीजे बज रहा था और यह युवक डांस देखने के लिए वहां रुक गया। समारोह में पहले से मौजूद युवकों ने पीड़ित युवक पर लड़की से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए इस वारदात को अंजाम दिया। मारपीट में युवक को कान से सुनाई देना बंद हो गया। यह घटना बांसवाड़ा जिले में मोटागांव थाना क्षेत्र की है।

पुलिस थाने में दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक, चेकला निवासी बापूलाल बामनिया मोर गांव की एक बारात के साथ बामनपाड़ा गया था। बाइक से घर लौटते समय उसके मामा का लड़का सुनील भी साथ हो गया। रास्ते में भोयर गांव में किसी शादी समारोह को लेकर डीजे पर डांस मस्ती हो रही थी। शराब के नशे में पीड़ित युवक वहां खड़े होकर डांस देखने लगा।

तभी भोयर निवासी रकमचंद्र और दर्शन सहित अन्य लोगों ने दोनों युवकों पर आरोप लगाया कि वह गांव की लड़कियां छेड़ रहे हैं। इस बीच बाइक के पीछे बैठा सुनील मौके से भाग निकला लेकिन बापूलाल पकड़ में आ गया। आरोपियों ने युवक को मंदिर में ले जाकर हाथ-पैर बांध दिए। उसे साढ़े तीन घंटे तक थप्पड़, लात और घूसों से पीटा। युवक को दोनों कानों से सुनाई देना बंद हो गया है। सूचना पर पुलिस पहुंची और युवक को छुड़ाकर लाई।

मौके पर पहुंची पुलिस बोली-हम पहुंचे तब हाथ-पैर खुले थे

इस मामले के जांच अधिकारी हेड कॉन्स्टेबल राजमल ने बताया कि पुलिस जब मौके पर पहुंची, तब युवक के हाथ पैर खुले थे। पुलिस ने मौके से रस्सी बरामद की है। गांव में पुलिस ने लोगों से पूछताछ करनी चाही लेकिन गांव वाले घरों से बाहर ही नहीं निकले। कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है। बहरहाल घायल बापूलाल का गनोड़ा सीएचसी में उपचार चल रहा है।

पढ़ाई छोड़ पिता के साथ काम करता है : 

घायल बापूलाल के पिता जीवा ने बताया कि पढ़ाई छोड़ने के बाद बापूलाल उनके साथ काम कर रहा है। परिवार का ईंटों का धंधा है। पिता ने इस बात की पुष्टि की है कि बेटे ने शादी से लौटते वक्त शराब पी रखी थी।

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Discover more from Muzaffarpur News

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading