बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67वीं संयुक्त( प्रारंभिक) एग्जाम के पेपर लीक होने के के बाद बिहार में सियासी बयानबाजी के दौर तेज हो गया है। विपक्ष इस मुद्दे को लेकर बिहार सरकार को घेरने में लगी है। इस बीच राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बीपीएससी (BPSC) 67वीं संयुक्त परीक्षा में शामिल हुए छात्रों को मुआवजा देने की मांग सरकार से की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि बिहार लोक सेवा आयोग का नाम बदलकर बिहार लीक सेवा आयोग कर देना चाहिए।

तेजस्वी यादव ने रविवार को आयोजित हुए बीपीएससी 67वीं की परीक्षा में शामिल हुए दूर दराज के छात्रों के लिए सरकार से मांग की है कि उन्हें पांच हजार मुआवजे की राशि अविलंब दी जानी चाहिए।

तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में युवाओं का भविष्य खराब हो रहा है लेकिन इसकी चिंता सरकार को नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार में जब बीपीएससी का पेपर लीक हो जा रहा है तो अन्य परीक्षाओं के बारे में क्या कहा जा सकता है। इस मुद्दे को लेकर हमारी पार्टी ने कई बार आवाज भी उठाई लेकिन सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया।

तेजस्वी ने सोमवार को पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बीपीएससी पेपर लीक मामले में जो भी दोषी है। उसे टीम गठित कर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में दोबारा ऐसा नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि सिस्टम में कोई ऐसा बैठा है जो ऐसा गलत काम कर रहा है। देश के नौजवान सब देख रहे हैं और आने वाले वक्त में अंजाम भुगतना पडे़गा।

तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार ऐसे गंभीर मुद्दों को लेकर भी गंभीर नहीं है। सब अपनी चिंता में लगे हैं। बिहार में दो डिप्टी सीएम हैं फिर ये हाल है। तेजस्वी ने कहा कि बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, पेपर लीक, अपराध यही अब डबल इंजन की सरकार की नजर में विकास बन कर रहा गया है।