राजस्थान में एक नाबालिग को पुलिस द्वारा बेचने के मामले में भाजपा सांसद किरोड़ी लाल आज पीड़िता की मां को लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश के आवास पर पहुंचे। किरोड़ीलाल ने मंत्री ममता भूपेश से पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।


मीडिया से बात करते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि सरकार ने 15 दिन के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तो वे धरने पर बैठ जाएंगे। किरोड़ीलाल ने कहा कि बालिका को न्याय चाहिए। वह सिस्टम का शिकार हुई है। मंत्री ममता भूपेश ने नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता की मां से बात की और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।

आपबीती सुनाते हुए पीड़िता की मां रोने लगी तो मंत्री ममता भूपेश ने बालिका की मां को गले लगा लिया। मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि आप चिंता ना करों दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले सांसद किरोड़ी लाल और मंत्री ममता भूपेश ने दोपहर का भोजन एक साथ किया।

मामले में पहले ही एसएचओ हो चुका है निलंबित
उल्लेखनीय है कि प्रतापनगर के एक होटल में दबिश के दौरान वेश्यावृत्ति कराने वाले गिरोह के साथ मिली एक पंद्रह वर्षीय किशोरी को पुलिस ने बालिका सुधार गृह भेजने के बजाय गिरोह को ही सौंप दिया था। दो साल पुराने मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर डीजीपी एमएल लाठर ने रामनगरिया एसएचओ पुरुषोत्तम महरिया और प्रतापनगर थाने के काॅन्स्टेबल भंवर सिंह को निलंबत कर दिया था।

दोनों के खिलाफ 16 सीसीए के तहत कार्यवाही भी होगी। वर्ष 2020 में पुरुषोत्तम महरिया प्रतापनगर थानाधिकारी थे। एक होटल में दबिश के दौरान पंद्रह वर्षीय किशोरी पकड़ी गई। डीजीपी एमएल लाठर के अनुसार किशोरी बाल विवाह को विरोध कर घर से निकल गई थी। तब गलत काम करने वाले लोगों ने उसे पकड़ लिया। जयपुर में किशोरी मिली थी, तब एसएचओ और कांस्टेबल ने उसे सीडब्ल्यूसी को सौंपने के बजाय छोड़ दिया। इस मामले में दोनों को निलंबित कर दिया गया है।