पटना : बिहार का उद्योग विभाग जल्द ही उद्यमियों को एक बड़ी राहत देने का एलान करेगा। बिहार औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (बियाडा) द्वारा उद्यमियों को उद्योग स्थापित किए जाने को ले भूमि उपलब्ध कराई जाती है। उद्योग विभाग के पास फीडबैक था कि भूमि की अधिक कीमत के कारण उद्यमी कतराते हैं।
उच्च स्तर पर विमर्श के बाद यह तय हुआ कि बियाडा के भूखंडों की कीमत पचास फीसदी तक कम की जाए। यह अलग बात है कि राजधानी पटना और आसपास बियाडा के भूखंड की उपलब्धता ही नहीं के बराबर है। वैसे उम्मीद है कि अगले छह महीने में कई वैसे उद्यमियों से भूमि वापस ली जा सकती है, जो उद्योग नहीं चला रहे।
राज्य के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन का कहना है कि यह सही है कि बियाडा की जमीन की कीमत कम करने की कवायद चल रही है। बिहार में उद्यमियों के हित को ध्यान में रख सरकार ने ऐसा निर्णय लिया गया है। जल्द की नई कीमत की घोषणा होगी। पटना के पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र में जमीन की कीमत 17.89 करोड़ रुपये प्रति एकड़ है। वैसे यह सर्किल रेट की तुलना में कम है और आवंटन के लिए यहां मात्र 0.24 एकड़ जमीन ही उपलब्ध है।
पटना से सटे फतुहा औद्योगिक क्षेत्र में बियाडा ने जमीन की कीमत 3.39 करोड़ रुपये प्रति एकड़ तय कर रखी है। यहां वर्तमान में मात्र 0.46 एकड़ जमीन ही उपलब्ध है। इंडस्ट्रियल एरिया बिहटा, मेगा इंडस्ट्रियल पार्क बिहटा तथा ईपीआइपी, हाजीपुर में जमीन उपलब्ध ही नहीं।
बियाडा के पास चीनी मिलों की जमीन उद्यमियों के लिए कुछ हद तक उपलब्ध है। नवानगर चीनी मिल की 439.68 एकड़, गुरारू चीनी मिल की 19.85 एकड़, वारसलिगंज चीनी मिल की 60.30 एकड़ और बिहटा चीनी मिल की 21.86 एकड़ जमीन उपलब्ध है।

