पटना। मोतिहारी, सासाराम, कटिहार, बक्सर समेत राज्य के 20 शहरों के मास्टरप्लान बनाने का काम जल्द ही शुरू हो सकेगा। इन शहरों के प्लानिंग एरिया यानी आयोजना क्षेत्र के गठन के बाद अब आयोजना प्राधिकार यानी प्लानिंग अथारिटी का गठन भी कर दिया गया है।
नगर विकास एवं आवास विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। प्राधिकार के पास प्लानिंग एरिया के लिए मास्टर प्लान तैयार करने के साथ ही अन्य विकास योजनाओं की तैयारी, क्रियान्वयन और अन्य नियमानुकूल कार्रवाई की जिम्मेदारी होगी।
अधिसूचना के अनुसार, सभी आयोजना प्राधिकार में संबंधित जिले के डीएम अध्यक्ष होंगे जबकि मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सदस्य सचिव होंगे। इसके अलावा हर प्राधिकार में आठ से दस सदस्य होंगे जिसमें संबंधित जिले के उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता (राजस्व), पथ निर्माण, पीएचईडी और ग्रामीण कार्य विभाग के संबंधित कार्यपालक अभियंता, संबंधित क्षेत्र में आने वाले नगर निकाय के कार्यपालक अभियंता, मुख्य नगर निवेशक तथा क्षेत्रीय निवेश संगठन या उनके प्रतिनिधि आदि शामिल होंगे।
जिन 20 शहरों के आयोजना क्षेत्र प्राधिकार का गठन किया गया है, उनका प्लानिंग एरिया नवंबर 2021 में घोषित किया गया था। इस प्लानिंग एरिया में मुख्य शहर के साथ चौहद्दी से सटे आस-पास के गांव भी शामिल किए गए हैं, ताकि भविष्य के शहर की रूपरेखा तय की जा सके। इसके साथ ही शहर के सुनियोजित विकास का खाका भी बनाया जाए।
उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के अनुसार, राज्य के 18 जिला मुख्यालयों समेत 44 शहरों के मास्टरप्लान पर काम चल रहा है। पटना का मास्टरप्लान-2031 पहले से तैयार है। इसके अलावा पहले चरण में 13 शहरों के मास्टरप्लान के प्रारूप पर काम चल रहा है। इसमें गया, आरा, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, दरभंगा, पूर्णिया, राजगीर, बिहारशरीफ, बेगूसराय, छपरा, सहरसा आदि शामिल हैं।

