पटना के लिए आने वाला 120 दिन मुश्किलों भरा होगा। इस दौरान जल जमाव का बड़ा खतरा होगा। CM की क्रॉस चेकिंग के बाद अब अफसरों ने राजधानी को अलर्ट मोड पर रखने की तैयारी की है। एक कॉल पर क्विक रिस्पांस के लिए QRT बनाई जा रही है। पटना के 75 वार्डों के लिए ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है, जिससे राजधानी को डूबने से बचाया जा सके। इसके लिए रातो रात बैठक बुलाई जा रही है। कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर लगाया जा रहा है।
24X7 मोड पर हो रही तैयारी
2019 की तरह राजधानी को बरसात में डूबने से बचाने को लेकर अलर्ट मोड है। नगर आयुक्त अनिमेष परासर ने ब्लू प्रिंट तैयार करने को कहा है। जून से सितंबर के बीच क्विक रिस्पांस टीम बनाई जा रही है। इसके लिए नोडल के रूप में कर्मियों को लगाया जा रहा है। पटना के 75 वार्ड के लिए जून से सितंबर तक 4 महीनें के लिए कुल 19 जोनल क्विक रिस्पॉन्स टीम बनाई गई है। यह मॉनसून के दौरान 24X7 एक्टिव रहेगी। किसी भी क्षेत्र में जलजमाव की शिकायत होने पर 15 मिनट के अंदर यह टीम स्थल पर पहुंचेगी और समस्या का समाधान कर देगी।

CM की क्रॉस चेकिंग के बाद अलर्ट
पटना नगर निगम के अफसर अचानक से अलर्ट मोड पर आ गए हैं। सीएम नीतीश कुमार ने पटना के नालों और जल निकासी को लेकर क्रॉस चेकिंग की जिसके बाद अफसर दो गुना रफ्तार से काम कर रहे हैं। सीएम के निरीक्षण के बाद ही मानसून की तैयारी को लेकर डीपीएस पर नियुक्त पदाधिकारियों एवं जोनल ऑफिसरों की विशेष बैठक चल रही है। मॉनसून पूर्व सभी नालों के उड़ाही, डीपीएस ( ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन ) की स्थिति की जानकारी नगर आयुक्त ले रहे हैं।

इस दौरान पटना नगर निगम के अपर नगर आयुक्त, उप नगर आयुक्त सभी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, डीपीएस पर प्रतिनियुक्त कर्मी, क्यूआरटी के जोनल ऑफिसर, सिटी मैनेजर, सीएसआई इन सभी जोनल ऑफिसर अलर्ट मोड पर हैं।

नगर आयुक्त ने पदाधिकारी से नालों की इनलेट एवं आउटलेट स्थिति की भी विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। नगर आयुक्त ने कहा कि 75 वार्ड के लिए जून से सितंबर तक 4 महीनें के लिए कुल 19 जोनल क्विक रिस्पॉन्स टीम ट्रेनिंग में जुटी है।

CM का ऐसा खौफ है कि रात में हो रही सफाई
जूनियर इंजीनियरों और जोनल ऑफिसरों को एक साथ फील्ड विजिट को अलर्ट कर दिया गया है। सीएम की क्रॉस चेकिंग का ऐसा खौफ है कि आयुक्त ने सभी बड़े नालों की उड़ाही एवं मेनहॉल और खुले नालों की सफाई रात में कराने को कहा है। डे और नाइट शिफ्ट में नालों की सफाई जारी रहेगी जिससे जलनिकासी में कोई समस्या नहीं होने पाए। जोनल ऑफिसर को जूनियर इंजीनियर के साथ वार्ड की रिपोर्टर बनाने का निर्देश दिया गया है। 21 मई तक सभी पदाधिकारी प्रेजेंटेशन के माध्यम से डिटेल रिपोर्ट सबमिट करेंगे जिसमें सभी अवरोध की विस्तृत जानकारी मिल जाए।
