जागरण पटना। बिहार में जातिगत जनगणना नहीं कराने के लिए भारतीय जनता पार्टी मुखर रही है। समय-समय पर बीजेपी के नेता राज्य में जातीय जनगणना की जरूरत नहीं होने की बात करते रहे हैं।
इसके उलट राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल जनता दल यूनाइटेड (जदयू) बिहार के पिछड़ा होने की बात कहते हुए जातीय जनगणना पर विपक्ष के साथ है।
हाल ही में इस संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मुलाकात भी हुई थी। रविवार को नीतीश ने कहा था कि जातिगत जनगणना को लेकर जल्द ही सर्वदलीय बैठक कर निर्णय ले लिया जाएगा।
मंगलवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि भाजपा ने कभी जातीय जनगणना का विरोध नहीं किया। केंद्र सरकार के लिए इसे कराने संभव नहीं है। राज्य सरकार चाहे तो वह स्वतंत्र है।

