नालंदा जिले के राजगीर थाना के डुमरी गांव के रहने वाले ASI सुरेंद्र गहलौत की हत्या गुरुवार ड्यूटी निर्वहन करते हुए सीवान में हो गई। मौत की सूचना जैसे ही उनके घर वालों की मिली घर में चीख-पुकार मच गई।

सीवान के हुसैनगंज थाने में तैनात सुरेंद्र गहलोत सुबह गाड़ियों की चेकिंग कर रहे थे। उसी दौरान उन्हें शराब की खेप आने की सूचना मिली। सुरेंद्र गहलौत अपनी पत्नी के साथ सीवान में ही रहते थे। सुरेंद्र गहलौत अपने पीछे एक बेटी और दो बेटा छोड़ गए हैं।

परिजनों ने बताया कि 14 मई को भांजी की शादी में शामिल होने के लिए वे घर आए थे। इसके बाद 20 मई को वापस चले गए। सुरेंद्र गहलोत के बेटे सतीश कुमार गहलोत और अमित कुमार गहलोत दूसरे प्रदेश में रहकर पढ़ाई करते हैं।

बड़ा बेटा सतीश कुमार गहलौत राजस्थान के कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रहा है जबकि छोटा बेटा अमित कुमार गहलोत दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहा है। जबकि बेटी अपने ससुराल में रह रही है। पिता की मौत की सूचना मिलने के बाद दोनों बेटे घर आ रहे हैं।

परिजनों ने बताया कि सुरेंद्र गहलौत घर के बड़े सदस्य थे और काफी मिलनसार थे। यही वजह है कि अभी तक पूरा परिवार कंबाइंड रह रहा है। मंझला भाई जितेंद्र पासवान पूर्व जिला परिषद रह चुके हैं।

जबकि छोटा भाई जितेंद्र पासवान खेती बाड़ी का काम करते हैं। बेटे की मौत की सूचना मिलने के बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल है। अपने बेटे को याद कर मां बोलते-बोलते बदहवास हो जा रही है। इस घटना के बाद पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है।