
BEGUSARAI : बिहार सरकार के पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के जमानत याचिका पर सुनवाई हुई है बेगूसराय कोर्ट में. इस दौरान कोर्ट ने मंजू वर्मा की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है. बेगूसराय के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम के न्यायालय ये सुनवाई हुई हैं. आर्म्स एक्ट मामले में मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा बेगूसराय जेल में बंद हैं. मंजू वर्मा के जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान उनके तरफ से स्वास्थ्य को लेकर के पक्ष रखा गया. कोर्ट में इसके बाद कोर्ट में सुनवाई के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया.

इससे पहले बेगूसराय जेल में आर्म्स एक्ट मामले में बंद पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा दांत दर्द से परेशान थीं.उन्हें दूसरी बार जेल से सदर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उनका चेकअप किया. हालांकि डॉक्टरों ने मंजू वर्मा का बीपी बढ़ा हुआ रहने के कारण दांत को निकालने से इनकार कर दिया. मंजू वर्मा दांत दर्द से इतनी परेशान है कि डॉक्टर ने जब दांत निकालने से इंकार कर दिया तो वो अस्पताल में ही रो पड़ीं. मंजू वर्मा जेल सुपरिटेंडेंट से भी मिलकर अच्छे इलाज की मांग की. मंजू वर्मा ने साथ ही सीबीआई को धन्यवाद भी दिया.
पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने कहा कि प्रेशर के बावजूद मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड में उनके पति चंद शेखर वर्मा को दोषी नहीं पाया और निर्दोष साबित किया है. इसके लिए वह सीबीआई को धन्यवाद देती हैं. उन्होंने कहा कि वो दांत दर्द से परेशान हैं, बीपी बढ़ा हुआ है और इसके साथ पल्स रेट और हार्टबीट भी बढ़ा हुआ है इसलिए अस्पताल दिखाने आई हैं. मंजू वर्मा और उनके पति चंद शेखर वर्मा आर्म्स एक्ट मामले में जेल में बंद हैं. पिछले दिनों बेगूसराय कोर्ट में मंजू वर्मा और उनके पति चंद्रशेखर वर्मा की पेशी हुई थी. कोर्ट में पेशी के दौरान मंजू वर्मा ने मीडिया से कहा कि उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. वह कमजोर वर्ग से हैं और एक औरत हैं इसलिए उन्हें 4 माह से प्रताड़ित किया जा रहा है.
