बिहार एसटीएफ ने यह बड़ा खुलासा किया है कि राज्य के मुंगेर जिले में बनने वाले अवैध हथियार कर्नाटक तक पहुंचे रहे हैं। आश्चर्यजनक बात तो यह है कि हथियार की चाह रखने वाले सिंडिकेट के माध्यम की बजाय गूगल पर सर्च कर मुंगेर तक पहुंच जा रहे है। एसटीएफ द्वारा मुंगेर से तीन हथियार तस्करों की गिरफ्तारी के बाद यह चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। दरअसल पिछले महीने कर्नाटक के सिगांव में एक व्यवसायी पर जानलेवा हमला हआ था। उस हमले को अंजाम देने में जिस पिस्टल का इस्तेमाल किया गया वह पिस्टल कहीं और से नहीं बल्कि मुंगेर से खरीदी गई थी।

एसटीएफ के अधिकारियों की माने तोकर्नाटक के हावेरी स्थित सिगांव का रहने वाला बदमाश मंजुनाथ उर्फ मलिक ने वहीं के रहने वाले कारोबारी बसंत कुमार पर इसी साल 19 अप्रैल 2022 को हत्या की नीयत से हमला किया था। मिली जानकारी के अनुसार उसने गोली मारने के लिए जिस हथियार का इस्तेमाल किया उसे मुंगेर से खरीदकर ले जाया गया था।

हैरानी की बात है कि मंजूनाथ मुंगेर तक हथियार लेने के लिए खुद पहुंच गया। गूगल पर पहले मंजूनाथ ने सर्च किया और उसके बाद मुंगेर तक पहुंच गया. मुंगेर पहुंचने के बाद मंजूनाथ ने स्थानीय अपराधियों से संपर्क किया। उसनेअपराधी मो. शमशाद आलम, मो. शाहिद चांद और मो. आसिफ से संपर्क कर उसने हथियार खरीदा। इसके बाद वह लौटकर वापस कर्नाटक चला गया।

तस्करों तक इस तरह पहुंची पुलिस
बसंत कुमार पर हुए जानलेवा हमले की तफ्तीश के दौरान कर्नाटक पुलिस को मंजुनाथ उर्फ मलिक के मुंगेर से हथियार खरीदने की बात सामने आई। कर्नाटक पुलिस की एक टीम हथियार मुहैया करानेवाले को पकड़ने के लिए बिहार पहुंच गई। इसके बाद एसटीएफ की एक टीम को उनकी मदद में लगाया गया।

दो दिनों की रेकी के बाद स्थानीय अपराधियों को मुंगेर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों को कर्नाटक पुलिस के हवाले कर दिया गया है। ट्रांजिट रिमांड पर उन्हें कर्नाटक पुलिस ले गई। पूछताछ के दौरान हथियारों की खरीद-फरोख्त को लेकर और भी खुलासे होने की संभावना है।
