पटना। राज्यसभा चुनाव को लेकर चल रही गहमागहमी के बीच लंबे समय बाद सीएम नीतीश कुमार और केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह एक मंच पर दिखे। मौका था पटना के बापू सभागार में आयोजित गरीब कल्याण सम्मेलन का। इसमें मंच पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह साथ थे। हालांकि दोनों अगल-बगल नहीं बल्कि उनके बीच केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह की कुर्सी लगी थी। दोनों ने अपनी कुर्सी पर बैठे-बैठे ही हाथ जोड़कर एक-दूसरे का अभिवादन किया। हालांकि जाते समय दोनेां में दुआ-सलाम भी नहीं हुआ।
बता दें कि इससे पहले 20 मई को भी कुछ ऐसा ही नजारा भोजपुर में दिखा था। यहां एक शादी समारोह में सीएम और आरसीपी एक ही सोफा पर बैठे लेकिन यहां उनके बीच भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी बैठे थे। यहां भी अभिवादन के अलावा दोनों में कोई बातचीत नहीं हुई थी। आरसीपी इस कार्यक्रम के बाद दिल्ली रवाना हो गए। वहां केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में वे शामिल होंगे।
राज्यसभा सदस्य के रूप में केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह का कार्यकाल जुलाई में समाप्त हो रहा है। उससे पहले चुनाव होगा। आरसीपी सिंह के टिकट को लेकर लंबे समय से अटकलबाजी का दौर चल रहा था। हालांकि, जदयू की ओर से जिस तरह से अंतिम समय तक पत्ते नहीं खोले गए थे, उससे लग रहा था कि आरसीपी सिंह को टिकट नहीं मिलेगा। वही हुआ भी।
झारखंड के जदयू प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो को पार्टी ने टिकट थमा दिया। इसके बाद आरसीपी सिंह मीडिया के सामने आए थे। उन्होंने कहा कि पार्टी ने सोच-समझकर निर्णय लिया है। नीतीश बाबू उनके नेता हैं। वे संगठन का कार्य करते रहेंगे। अगर वे कहेंगे तो मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। इस दौरान उन्होने किसी भी नेता से अपनी तल्खी से इंकार कर दिया था।

