
PATNA : बिहार में बर्ड फ्लू के बढ़ते मामलों से सरकार काफी सतर्क हो गई है. राज्य में जांच टीम को हाई अलर्ट पर रखा गया है. वहीं केंद्र से भी एक टीम 4 जनवरी को बिहार दौर पर आ रही है. जो मुंगेर और पटना में बर्ड फ्लू के वायरस की जांच करेगी. केन्द्र की इस टीम में बिहार सहित कोलकाता और पुणे के एक्सपर्ट शामिल होंगे. गौरतलब है कि बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद अब तक सैंकड़ों पक्षियों की मौत हो गई है. तकरीबन 500 पक्षियों के सैंपल को जांच के लिए भेजे गए हैं. इसकी वजह से राजधानी पटना का चिड़ियाघर पिछले 9 दिनों से बंद है. साथ ही मुंगेर के मोबारकचक और जमालपुर के असरगंज में बर्ड फ्लू की पॉजीटिव रिपोर्ट मिली है.

बर्ड फ्लू के दस्तक से प्रदेश के लोग दहशत में हैं. राजधानी पटना के आर्ट कॉलेज में भी कई दिन से लगातार मृत पक्षी पाए जा रहे हैं. पटना जू में मरे हुए मोरों की जांच में एच5एन1 एविएन इन्फ्लुएंजा की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद जिले के 30 पॉल्ट्री फार्म से सेंपल लेकर जांच के लिए कोलकाता भेजा गया. वहीं कई अन्य पक्षियों के भी सैंपल लिए गए हैं. पशु स्वास्थ्य एवं उत्पादन संस्थान की निदेशक ने बताया कि 375 सैंपल जांच के लिए भेजा गया है. बांका, लखीसराय, पटना सिटी सहित अन्य जगहों से भी जांच के लिए 185 सैंपल आए हैं.
बर्ड फ्लू को लेकर राज्य में अलर्ट जारी है. पशुपालन विभाग की उच्च स्तरीय टीम लगातार लोगों को बर्ड फ्लू से बचाव के लिए जागरूक कर रही है. इस वायरस के लक्षण मिलने के बाद संक्रमण से बचने के लिए पटना के चिड़ियाघर को भी कई दिनों से बंद कर दिया गया है.
बिहार में कई जगह बर्ड फ्लू की सूचना मिली है. मुंगेर जिले के असरगंज प्रखंड के गोरहो गांव में एक पखवारे से लगातार मर रहे पक्षियों के विसरे की जांच में बर्ड फ्लू के वायरस पाए गए. हाल ही में मुंगेर में बर्ड फ्लू के वायरस की पुष्टि के बाद प्रशासन ने एडवाइजरी भी जारी की है.
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने दो स्थानों पर कंट्रोल रूम भी खोला है. इसके लिए हेल्प लाइन नंबर- 0612-2230942 भी जारी किया गया है. सभी जिलाधिकारी, सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों के प्राचार्य एवं अधीक्षक, जिला सिविल सर्जन व अन्य अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है.
बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा) H5N1 वायरस से होता है. इस खतरनाक वायरस का संक्रमण पक्षियों के अलावा मनुष्य में भी हो सकता है. इससे मनुष्य की मौत तक हो सकती है.
गले में सूजन, मांसपेशियों में दर्द, पेट के निचले हिस्से में दर्द रहना, सांस में समस्या, आंख में कंजंक्टिवाइटिस बुखार, सिर में दर्द रहना, हमेशा कफ रहना, नाक बहना, दस्त होना, हर समय उल्टी जैसा लगना.
बर्ड फ्लू से बचाव
बर्ड फ्लू वाली जगहों में मांसाहारी खाना खाने से बचें. बर्ड फ्लू के वायरस से बचने के लिए संक्रमित मुर्गियों या अन्य पक्षियों के मांस और अंडे का सेवन नहीं करें. मरे पक्षियों से दूर रहना चाहिए. जहां से मांसाहारी भोजन खरीदें, वहां सफाई का पूरा ध्यान रखें. प्रभावित इलाकों में मास्क पहन कर निकलने की कोशिश करें.
