
SHRAVASTI : गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सशस्त्र सीमा बल 62 वी वाहिनी भिनगा के तरफ से जन कल्याणकारी कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका लक्ष्य नेपाल सीमा पर बसे लोगों खासकर महिलाओं को जागरूक करना रहा। इसमें बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, नारी सशक्तिकरण एवं महिला रोजगार योजनाओं के बारे में लोगों को बताया गया।

श्रावस्ती जनपद में सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल की 62वीं बटालियन भिनगा के द्वारा गृह मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार सिरसिया क्षेत्र के नेपाल सीमा पर बसा सुईया गांव मे जन कल्याणकारी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसकी शुरुआत लखीमपुर के सशस्त्र सीमा सुरक्षा बल के डीआईजी अनुज कुपियाल ने दीया जलाकर की। इसके बाद सीमावर्ती क्षेत्रों से जुड़े लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम सब दोस्त हैं। हम आपके बिना अधूरे हैं। सीमा पर होने वाली गतिविधियों पर जितनी ज़िम्मेदारी हमारी है, उतनी ही आपकी भी।

उसके बाद महिला सशक्तिकरण और महिला रोज़गार की बातें बताई गईं। वहीं सीमावर्ती लोगों के बीच एलईडी टीवी, वाटर टैंक, स्कूलों में बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर, कम्प्यूटर, महिलाओं के रोज़गार के लिए सिलाई मशीन आदि वितरित की गई। सिलाई मशीन पाने वाली रूबी शुक्ला बताती ही कि सीमा सुरक्षा बल जहां हमारे दिलों में देश के लिए जज़्बा पैदा करती है। वहीं हमें अपने पैरों पर भी खड़ा होना सीखा रही है। हमें सिलाई मशीन मिली है। हम दूसरों को भी सिलाई सिखायेंगे और खुद भी पैसे कमाएंगे। लॉर्ड बुद्धा कालेज के प्रधानाचार्य दिनेश कुमार सिंह बताते है कि एसएसबी ने हमें बच्चों के बैठने के लिए कुर्सी, मेज, वाटर टैंक और कम्प्यूटर दिया है जो बच्चों को शिक्षा देने में मजबूती देगा।
