गोपालगंज : कभी-कभी बच्चों की लाड-प्यार पर लापरवाही जान ले लेती है। ऐसा ही हादसा बिहार के गोपालगंज के बरौली में दिखा है। जहां एक बच्चे की दुलार उसकी जान पर भारी पड़ी। दरअसल दो साल का मामूम बच्चा खाना खाने में बहुत परेशान करता था।

खाने के लिए कभी अपनी मां को छत पर लेकर जाने की जिद्द करता था तो कभी खिड़की पर बैठाने और घूमाने की। मंगलवार की रात भी कुछ ऐसा ही हुआ। खाना लेकर बच्चा खिड़की पर बैठ गया और नीचे ताक-झांक करने लगा। जिस खिड़की पर बच्चा बैठा था उस पर रॉड नहीं लगा था, लिहाजा खाते-खाते बच्चा अचानक नीचे सड़क पर गिर गया।

अस्पताल में हुई मौत
करीब 20 फुट ऊपर से नीचे गिरने के बाद बच्चा खून से लथपथ हो गया। लोगों के शोर मचाने आनन-फानन में परिजन नीचे उतरे, तब तक बच्चे की हालत बेसुध हो गयी थी। बरौली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बच्चे को लाया गया, जहां से डॉक्टरों ने बच्चे की हालत नाजुक बताते हुए बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया।

सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचते ही बच्चे की मौत हो गयी। मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। आसपास के लोगों ने हादसे की वजह लापरवाही बतायी। हालांकि ये घटना ने उन सभी परिवारों के लिए सीख है, जो बच्चों की लाड-प्यार और दुलार के आगे लापरवाही पर ध्यान नहीं देते हैं।

दुलार से नाम रखा गया था टमाटर
बरौली नगर परिषद के वार्ड 10 निवासी अनिल सोनी सूरत में रहते हैं। चार बच्चों में तीसरे नंबर पर मृतक था. घर में बच्चे की दुलार और लाड-प्यार इस कदर था कि उसे टमाटर के नाम से सभी पुकारते थे। हादसा होने के बाद परिजनों में कोहराम मचा है। बच्चे की मां का रो-रोकर बुरा हाल है।

