पटना : बिहार में शादीशुदा महिला से अवैध संबंध के कारण एक शख्स को अपनी जान गंवानी पड़ी। युवक की हत्या उसकी प्रेमिका के बेटे ने ही बड़े सुनियोजित तरीके से कर दी और शरीर पर एक-दो नहीं बल्कि चाकू से 12 बार वार किए और फिर गर्दन भी रेत डाली। बिहार में जघण्य हत्या का ये मामला पटना का है जहां पुलिस ने महज 72 घंटे के अंदर ही पूरे मामले का खुलासा कर लिया और आरोपियों को साक्ष्य के साथ गिरफ्तार कर लिया।

बाढ़ अनुमंडल के मरांची थाना अंतर्गत 18 जून 2022 को मोनू नामक शख्स की हत्या हुई थी। हत्याकांड में पुलिस ने उद्भेदन करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से हत्या में इस्तेमाल चाकू के टुकड़े भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने बताया कि अवैध संबंध को लेकर ही मोनू की हत्या हुई थी।

प्रेस वार्ता के दौरान बाढ़ के एएसपी अरविंद प्रताप सिंह ने बताया कि 18 जून को मोनू नामक युवक की हत्या का मामला दर्ज किया गया था, जिसका कांड संख्या 94/22है। प्रथम दृष्टया ये मामला ट्रेन से हत्या कर फेंकने का प्रतीत हुआ था।

मृतक की फोटो से पहचान होने के बाद मामला हत्या में तब्दील हुआ और एएसपी ने मरांची थाना के साथ टेक्निकल टीम को जांच में लगायी। इस मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई जिनके नाम बादल कुमार, अंकित कुमार और भाजो हैं।

तीनों की गिरफ्तारी के बाद जब कड़ाई से पूछताछ हुई तो तस्वीर साफ हो गई। एएसपी अरविंद प्रताप सिंह ने बताया कि मृतक के कई महिलाओं से संबंध थे, उनमें से एक बादल की मां भी थी। बादल ने अपनी मां को मोनू के साथ हमबिस्तर होते देखा था तभी से हत्या की ठान ली थी।

मोनू ने की थी समझौते की पहल
मृतक मोनू ये जनता था कि बादल ने उसको उसकी मां के साथ अवैध संबंध बनाते देखा है, इस कारण समझौते की पहल उसने की लेकिन बादल को कुछ और ही मंजूर था। गिरफ्तार तीनों आरोपियों ने घटना को अंजाम देने से पहले मृतक मोनू के साथ पहले शराब और गांजा पी। जब मृतक पूरे नशे में आ गया तब बादल ने अपने दोस्तों के साथ 12 बार चाकू से हमला किया। इतने में भी गुस्सा शांत नहीं हुआ तो उसने गला रेत कर मोनू की हत्या कर दी।

गिरफ्तार आरोपियों पर कई मामले दर्ज
गिरफ्तार बादल ,अंकित और भाजो में भाजो पर कई मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ मरांची थाना में 5 मामला और हाथीदह रेल थाना में 2 मामले दर्ज हैं. बाकी का अपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। हत्या में शामिल एक आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार है। छापेमारी दल में अनिल कुमार थानाध्यक्ष, मुकेश कश्यप टेक्निकल टीम सहित छह पुलिसकर्मी शामिल थे।