राजस्थान : जमीन विवाद में युवक की मौत के बाद बदला लेने के लिए 150 लोगों ने मृतक के चाचाओं और चचेरे भाइयों के घरों में आग लगा दी। मृतक जगदीश का अपने 2 चाचा व चचेरे भाइयों से जमीन को लेकर 30 साल पुराना विवाद चल रहा था। 23 जून को फैसला जगदीश के हक में आया तो चाचाओं और चचेरे भाइयों ने मिलकर जगदीश पर जानलेवा हमला कर दिया। हमले में घायल जगदीश की बुधवार को इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद आरोपियों के घर फूंक दिए गए। आग लगने से पहले ही सभी आरोपी फरार हो गए थे।

मामला दौसा जिले के बांदीकुई कस्बे का है। यहां पून्या की ढाणी में जमीन विवाद में 23 जून की शाम 4 बजे जगदीश का अपने चाचा पूनीलाल व मांगी लाल और चचेरे भाइयों के साथ झगड़ा हुआ था। झगड़े में जगदीश घायल हो गया था। बुधवार को जयपुर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत के बाद बदला लेने के लिए जगदीश के परिजन व समर्थकों की 150 लोगों की भीड़ ने आरोपियों के 4 घरों पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। घटना की सूचना मिलने पर बांदीकुई और बसवा थाने से पुलिस टीम मौके पर पहुंची। सूचना पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।

पून्या की ढाणी में रहने वाले जगदीश का अपने चाचा पूनी राम व अन्य के साथ जमीन विवाद चल रहा था। जमीन पर दावे की लड़ाई थी। 23 जून को जगदीश (28) खेत की बुवाई करने ट्रैक्टर लेकर पहुंचा था। उसे खेत जोतते देख पूनीराम व अन्य ने उस पर लाठियों से हमला कर दिया। जगदीश को गंभीर हालत में इलाज के लिए जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल (SMS) में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद आक्रोशित लोगों ने 4 मकान फूंक दिए।

मंदिर में मीटिंग, 100 से ज्यादा की भीड़
ढाणी में जगदीश की मौत की खबर आई तो उसके पक्ष के लोग उबल पड़े। बुधवार दोपहर एक मंदिर में उन लोगों ने मीटिंग की। फिर 150 लोगों ने आरोपी पूनीराम, मांगीलाल व अन्य के 4 घरों पर पेट्रोल छिड़क आग लगा दी। घटना के दौरान चारों घरों में कोई सदस्य नहीं था। सभी झगड़े के बाद से ही गायब थे। घटना के बाद डीएसपी उदय सिंह मीणा, बांदीकुई थाना प्रभारी नरेश शर्मा, नायब तहसीलदार अंगद राम पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन इससे पहले आग लगाने वाले फरार हो गए।


सामान जला, छप्पर जले
मौके पर पहुंचे बडियाल कलां के नायब तहसीलदार अंगद राम ने बताया- आग किसने लगाई इसकी जांच कर रहे हैं। आगजनी में तीन फ्रिज, चारपाई, बैड, केबल के बंडल, मोबाइल टावर के उपकरण, बाइक, गेहूं की बोरियां, टेलीविजन, आटा चक्की व अन्य सामान जल गया। आग लगाने से पहले घरों में तोड़फोड़ की गई।

ये है मामला
करीब 30 साल पहले ढाणी के पांचूराम, छोटेलाल, पूनीराम व मांगीलाल सैनी के बुजुर्गों ने एग्रीमेंट के आधार पर चारों भाईयों में जमीन का बराबर बंटवारा किया था। इनमें एक भाई छोटेलाल की मौत हो गई। कानूनन छोटेलाल की 7 बीघा जमीन पर जगदीश का हक था। लेकिन चाचा पांचूराम, पूनीराम व मांगीलाल ने जगदीश से झगड़ा करना शुरू कर दिया। कुछ वक्त बात एक चाचा पांचूराम की भी मौत हो गई। पांचूराम के बेटे, पूनीराम व मांगीलाल जगदीश की जमीन को अपना बताकर झगड़ा करते रहे।

5 साल पहले जगदीश कोर्ट में पहुंचा। अदालत ने जमीन पर स्टे लगा दिया। 23 जून 2022 को कोर्ट ने जगदीश के पक्ष में फैसला दे दिया। जगदीश कोर्ट का आदेश लेकर दोपहर 2 बजे ढाणी पहुंचा और शाम 4 बजे खेत जोतना शुरू किया। इस पर पूनीराम, मांगीलाल व अन्य ने जगदीश व उसके परिवार पर हमला कर दिया। हमले में बुरी तरह घायल जगदीश को शाम 6 बजे बांदीकुई अस्पताल पहुंचाया गया। रात 8 बजे जयपुर रेफर कर दिया गया। 29 जून को जगदीश की जयपुर में मौत हो गई। थाना प्रभारी नरेश शर्मा का कहना है कि इस मामले में अभी सभी आरोपी फरार हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें रवाना हो चुकी हैं। जल्दी से जल्दी हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। हमने समझा इस कर मामला शांत करवा दिया था।