AIMIM के चार विधायकों ने आरजेडी का दामन थाम लिया है। इसे लेकर बीजेपी चप्पल की राजनीति पर उतर गई है। दरअसल चारों बागी विधायक लालू यादव से मिलने पहुंचे। इस दौरान आरजेडी सुप्रीमो के कमरे से आई तस्वीर में विधायकों के पैर में चप्पल नहीं दिख रहा। इसे लेकर भाजपा ने तंज कसते हुए कहा कि AIMIM के 4 मुसलमान विधायकों को राजद में लाया गया तो उनको चप्पल उतरवाकर घर में बुलाया गया। अभी तो नाक रगड़ना और जूते घिसना बाकी है।

बता दें कि लालू प्रसाद के कमरे को उनकी बीमारी को देखते हुए किसी भी आगंतुक को चप्पल-जूता खोल कर प्रवेश की अनुमति होती है। भाजपा को इससे ज्यादा दिक्कत है कि तेजस्वी-तेजप्रताप के पैर में चप्पल क्यों?
चप्पल उतरवाकर बुलाया, अभी तो नाक रगड़ना बाकी- डॉ. निखिल आनंद
भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री सह बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने कहा कि ‘आदरणीय लालू जी स्वस्थ- सुरक्षित रहें, हमारी कामना है। उनको छोड़िए। युवराजों के पैर में भी चप्पल है। लेकिन दिलचस्प है कि AIMIM के 4 मुसलमान विधायकों को राजद में लाया गया तो उनको चप्पल उतरवाकर घर में बुलाया गया। अभी तो नाक रगड़ना और जूते घिसना बाकी है।’

चारों की पुराने घर में वापसी हुई है- तेजस्वी
भाजपा ने विधान सभा चुनाव में जनता द्वारा घोषित सबसे बड़ी पार्टी को दूसरे नंबर की पार्टी बनाने और खुद को एक नंबर पर लाने के लिए अपनी सहयोगी वाआईपी के तीन विधायकों को अपनी तरफ लाया था। अब राजद ने AIMIM के चार विधायकों को अपनी तरफ खींच अपना एक नंबर वाला ताज वापस ले लिया। इसलिए भाजपा को मिर्ची लगना वाजिब है। तेजस्वी ने चारों विधायकों को अपनी पार्टी में लाते हुए कहा कि चारों की पुराने घर में वापसी हुई है। अब हम सत्ता से ज्यादा दूर नहीं हैं।

हम इतने मजबूत विपक्ष हैं कि सत्ता से ज्यादा दूर नहीं
यही नहीं तेजस्वी ने बीजेपी को जवाब देते हुए कहा कि आज तक बिहार में भाजपा की हिम्मत नहीं हुई कि वह अकेले चुनाव लड़कर दिखा सके। एनडीए में तीसरे नंबर की पार्टी से उन्होंने मुख्यमंत्री बनाया है। हम इतने मजबूत विपक्ष हैं कि सत्ता से ज्यादा दूर नहीं हैं।

भाजपा-जदयू एक दूसरे को बेइज्जत कर रहे हैं फिर भी साथ बने हुए हैं। पूरे देश में दो विचारधारा की लड़ाई है, यह जारी रहेगी। नफरत की राजनीति करने वाले, झूठ बोलने वाले के जो मैन्युफैक्चरर हैं, होलसेलर हैं उनकी हार होगी। एनडीए में तो पार्टियां एक दूसरे के बीच झटका-झटका खेल रही हैं।

रोहिणी आचार्या ने कहा- ये न ईडी का डर है, ना सीबीआई का भय
फिर से सबसे बड़ी पार्टी बनने से सत्ता से दूरी घटने की खुशी पूरे लालू परिवार में दिख रही है। लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्या ने ट्वीट कर लिखा कि- ‘ये न ईडी का डर है, ना सीबीआई का भय है, राजद की विचारधारा का जो परचम हुआ बुलंद है।’
