बिहार विधान मंडल का मॉनसून सत्र समाप्त हो गया है। सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। आज अंतिम दिन भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय ने विधान सभा में बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि भूमिहीनों को जमीन उपलब्ध कराकर उस जगह का नाम नीतीश और मोदी पर रहेगा। हम बांका से इसकी शुरुआत करने जा रहे हैं।

इससे पहले ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर विपक्ष का हंगामा अंतिम दिन भी जारी रहा। विधायकों ने सदन में प्रधानमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। नारेबाजी से नाराज उपमुख्यमंत्री ने इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि सदन में प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी कार्यवाही में शामिल नहीं होगी।
विधानसभा के मॉनसून सत्र का आज अंतिम दिन था। 5 दिनों के सत्र में 4 दिन विधानसभा की कार्यवाही हुई, जिसमें अग्निपथ योजना को लेकर विपक्ष हमलावर रहा। पहले दिन से ही विपक्ष सदन को चलने नहीं दे रहा था। आरजेडी और उनकी सहयोगी पार्टियों की तरफ से यह मांग की जा रही थी कि बिहार विधानसभा में अग्निपथ योजना के विरुद्ध प्रस्ताव पारित किया जाए और केंद्र सरकार पर दबाव बनाया जाए। ऐसे में दूसरे-तीसरे दिन विपक्ष की तरफ से ना तो एक सवाल पूछे गए और ना ही सरकार की तरफ से जवाब आया। बुधवार को बिना विपक्ष के सदन ही कार्यवाही चली।
आज गुरूवार को 2 बजे के बाद जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई, फिर भी विपक्ष ने हंगामा जारी रखा। विपक्षी दल के विधायक विरोध करते-करते बेल में पहुंचे गए। उनके प्रदर्शन पर स्पीकर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि आप लोग चार दिनों से सदन को डिस्टर्ब कर रहे हैं। इसी बीच तेजस्वी यादव भी सदन में पहुंचे। जहां हंगामे के बीच में तेजस्वी यादव सदन में अपनी बात रखना चाहते थे। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें ये कहकर बैठा दिया कि जब तक आपके विधायक अपनी सीट पर नहीं बैठेंगे तक तक आपको समय नहीं दिया जाएगा।
इसी बात पर तेजस्वी यादव उखड़ गए और ये कहकर निकल गए कि लगता है कि आपको हमारी जरूरत नहीं है। बाद में बात को संभालते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा ऐसा नहीं है। सभी सरकार के अंग है और मैं चाहता हूं कि सदन में आप सभी रहे। लेकिन इसके बावजूद तेजस्वी और उनके विधायकों ने सदन से वाक आउट कर दिया।
