गया ; बिहार में छेड़खानी से जुड़े एक मामले में एफआईआर दर्ज होने में डेढ़ साल का वक्त लग गया और पुलिस ने एफआईआर भी तब दर्ज की जब इस मामले में पीएमओ यानी प्रधानमंत्री के कार्यालय से हस्तक्षेप किया गया। मामला गया जिला से जुड़ा है जहां वर्ष 2021 में रामरूची बालिका इंटर विद्यालय गया की छात्राओं और शिक्षिका के साथ छेड़खानी की गई थी।

अब इस मामले में पीएमओ के हस्तक्षेप के बाद करीब डेढ़ साल के अंतराल के बाद गया के कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। बताया जाता है कि गया शहर के कोतवाली थाना अंतर्गत रामरूची बालिका इंटर विद्यालय की संगीत शिक्षिका शुभम कुमारी के साथ विद्यालय के ही संगीत शिक्षक अरविंद कुमार ने छेड़खानी की थी।

आरोप था कि शराब के नशे में धुत शिक्षक ने अश्लीलता की थी, जिससे किसी तरह उन लोगों ने अपनी आबरू बचाई थी और इस मामले को लेकर विद्यालय प्रबंधन से शिकायत की गई थी लेकिन कोई ठोस कदम नहीं निकला। कार्रवाई नहीं होने पर संगीत शिक्षिका शुभम कुमारी ने दिल्ली का रूख किया और सीधे पीएमओ कार्यालय में शिकायत दर्ज की थी।

पीएमओ कार्यालय ने इस मामले को हाथोहाथ लिया और हस्तक्षेप के बाद अब गया के कोतवाली थाना में मामला दर्ज हो सका है. इस संबंध में पीड़िता संगीत शिक्षिका शुभम कुमारी ने बताया कि 26 जनवरी 2021 को गया संग्रहालय में संगीत कार्यक्रम से लौटने के बाद रात्रि 8:45 बजे के करीब विद्यालय परिसर में मेरे साथ और बच्चियों के बीच अश्लीलता और छेड़छाड़ संगीत शिक्षक अरविंद कुमार के द्वारा की गई थी।

मैंने इसकी शिकायत स्कूल की तत्कालीन प्राचार्या राजकुमारी से की लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई. मुझे उचित न्याय नहीं मिला तो मैंने पीएमओ कार्यालय में शिकायत की।

शिक्षिका ने बताया कि इस घटना के बाद विद्यालय परिवार की ओर से मुझ पर काफी दबाव बनाया गया और मानसिक रूप से भी मुझे परेशान किया गया। किसी प्रकार का कोई सपोर्ट नहीं मिला बल्कि धमकी मिली। लेकिन अब कार्रवाई हुई है तो मैं उचित न्याय की मांग प्रशासन से करती हूं।

इस मामले में डीएसपी पीएन साहू ने कहा कि शिक्षिका से छेड़खानी का मामला सामने आया है और कोतवाली थाना में केस दर्ज किया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।