भागलपुर : श्रावणी मेला की तैयारी को लेकर रेल प्रशासन सुल्तानगंज स्टेशन पर व्यवस्था दुरुस्त करने में जुटा हुआ है। दो साल बाद मेले का आयोजन होने से इस बार कांवरियों की ज्यादा भीड़ उमड़ने की संभावना है। इसको लेकर रेल प्रशासन पूर्व की व्यवस्था में विस्तार कर रहा है। मेला शुरू होने में अब पांच दिन ही बचे हैं, इसलिए रेल प्रशासन ने तैयारी में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।

लेकिन स्टेशन परिसर में शुक्रवार की शाम तक में 60 फीसदी काम ही पूरा हो सका। हालांकि रेल अफसरों का दावा है कि मेला शुरू होने से पहले सभी काम पूरा कर लिया जाएगा। स्टेशन के प्लेटफार्म एक स्थित 40 फीट चौड़ा और 320 फीट लंबे स्थाई कांवरिया शेड के जर्जर एस्बेस्टस बदले जा रहे हैं।टेंट भी लगाया जा रहा है। ठेकेदार दुर्गा भगत ने बताया कि पूर्व से बने कांवरिया शेड में 320 फीट लंबा टेंट लगाकर 20 फीट चौड़ाई बढ़ाई जा रही है। पूर्व में जहां पांच हजार कांवरियों का ठहराव इस शेड में होता था, इस बार उसकी क्षमता बढ़कर 8 से 10 हजार होगी। इस शेड में 80 पंखे और 100 से अधिक ट्यूबलाइट लगाए जाएंगे।

पेयजल और शौचालय का काम अब भी है अधूरा
कांवरियों को पेयजल आपूर्ति के लिए सभी प्लेटफार्म पर 100 से अधिक नलों की टोंटियां लगी हैं। स्थाई और अस्थाई कुल 72 शौचालय उपलब्ध हैं। जिसे अब तक फिनिशिंग टच नहीं दिया जा सका है। कांवरिया शेड में अब तक एक भी पंखा नहीं लगाया जा सका है। सफाई व्यवस्था भी दुरुस्त नहीं की गई है। प्लेटफार्म एक से तीन तक सुरक्षा की दृष्टिकोण से 40 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। हालांकि 40 सीसीटीवी कैमरों से अंदर-बाहर सहित चारों ओर नजर रखने में दिक्कतें आ सकती हैं। वहीं प्लेटफार्म एक पर अस्थाई चिकित्सा शिविर व एक एम्बुलेंस की व्यवस्था रहेगी। हालांकि स्टेशन अधीक्षक दीपक कुमार का कहना है कि काम तेजी से चल रहा है।

आरपीएफ व जीआरपी के 150-150 जवानों की होगी तैनाती
श्रावणी मेला में आने वाले कांवरियों में 60 फीसदी रेल मार्ग से यहां आते हैं। सबसे ज्यादा कांवरियों का ठहराव स्टेशन परिसर ही रहता है। स्टेशन अधीक्षक दीपक कुमार ने बताया कि सुरक्षा को लेकर जीआरपी और आरपीएफ के 150-150 अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जाएगी। प्लेटफार्म पर 10 पुलिस पिकेट बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 60 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। बचे कार्य दो-तीन दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। कांवरियों को इस बार बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी।

श्रावणी मेला की तैयारी का जायजा लेने शुक्रवार को पर्यटन निगम के एमडी कमल तनुज सुल्तानगंज पहुंचे। उन्होंने नवनिर्मित नमामि गंगे घाट पर बनाए जा रहे उद्घाटन मंच का निरीक्षण किया। लाइटिंग की व्यवस्था, डिस्प्ले लगाने, आगुंतकों को बैठने के लिए लगभग 3000 कुर्सियां कहां लगाई जाएंगी इसकी जानकारी अफसरों से ली। उन्होंने 10 जुलाई तक सभी काम पूरा करने का निर्देश दिया।अजगैबीनाथ मंदिर गंगा घाट का निरीक्षण कर वे रेन शेल्टर बेलारी पहुंचे। सारी व्यवस्था को देखने के बाद उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा नमामि गंगे घाट का निर्माण एवं सौंदर्यीकरण कराया गया है। सुल्तानगंज से झारखंड बॉर्डर तक कांवरिया पथ पर सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। कैफेटेरिया, रेन शेल्टर, कांवरिया बेंच, कांवर स्टैंड का काम पूरा कर लिया गया है।

अजगैबीनाथ मंदिर घाट पर लग रहे लाइट टावर
श्रावणी मेला की तैयारी में जिला प्रशासन जोर-शोर से जुटा हुआ है। इसी कड़ी में अजगैबीनाथ मंदिर और नवनिर्मित नमामि गंगे घाट पर रोशनी की मुकम्मल व्यवस्था के लिए वैकल्पिक लाइट टावर लगाया जा रहा है। जिसमें बड़े-बड़े एलईडी हैलोजन लगाए जाएंगे। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अभिनव कुमार ने बताया कि जेनरेटर की भी व्यवस्था की जाएगी, ताकि बिजली कटने पर लाइटें जल सकें। उन्होंने बताया कि दोनों घाटों पर 4-4 लाइट टावर लगाए जा रहे हैं।
नई सीढ़ी घाट भी सज-धज कर हुआ तैयार

नई सीढ़ी घाट पर ही जाह्नवी मंडप में मेला उद्घाटन मंच बनाया जाता था। इस बार नवनिर्मित नमामि गंगे घाट पर मेला उद्घाटन मंच बनाया जाएगा। लेकिन नई सीढ़ी घाट पर ही एलईडी के माध्यम से उद्घाटन कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया जाएगा। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन के सौजन्य से एक बड़ा एलईडी लगाया जा रहा है।