बिहार में 18 दिनों बाद लौटे मानसून ने मौसम का मिजाज बदल दिया। 24 घंटे के दौरान पटना समेत 14 जिलों में भारी बारिश हुई है। बारिश से थोड़ी राहत है, लेकिन राज्य के 3 जिलों में बारिश नहीं हुई है। सुपौल और पटना के साथ बक्सर में बारिश कम हुई है। ऐसे में बारिश को लेकर अभी उम्मीद बनी हुई है।मौसम विभाग के मुताबिक मानसून की बारिश में अभी भी 47 प्रतिशत की कमी है। अब तक 405.7 एमएम बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन महज 215.1 प्रतिशत ही बारिश हुई जो सामान्य से 47 प्रतिशत कम है।

24 घंटे में पूरे बिहार में बारिश की संभावना
बिहार के 11 जिलों में मध्यम तो बाकी के 27 जिलों में हल्की बारिश का पूर्वानुमान मौसम ने किया है। सूखे का मार झेल रहे 30 जिलों के किसानों को बुधवार को हुई बारिश से थोड़ा सुकून मिला। गुरुवार को भी बारिश से सूखे का डर कम हो जाएगा।

चंपारण में आज भी होगी मध्यम दर्जे की बारिश
मौसम विभाग ने बिहार के पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, भोजपुर, बक्सर, अरवल, कैमूर, रोहतास और औरंगाबाद मे मध्यम दर्जे की बारिश आशंका जताई है। वहीं, हल्की बारिश की संभावना वाले जिलों में पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, गया, मधुबनी, शिवहर, सीतामढ़ी, वैशाली, समस्तीपुर, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा, कटिहार, मधेपुरा, सुपौल, जहानाबाद, नालंदा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, खगड़िया, शेखपुरा, जमुई, मुंगेर, बांका और भागलपुर हैं।

पटना में 15 एमएम बारिश हुई
बुधवार काे मानसून ने जैसे अपना रंग दिखाया राजधानी के कई इलाकों में रहने वाले लाेगाें की मुसीबतें बढ़ गईं। नगर निगम की सक्रियता से अधिकतर इलाकों से ताे कुछ घंटों में जलनिकासी हाे गई, लेकिन कंकड़बाग इलाके के द्वारिकापुरी रोड नंबर-1 और न्यू पत्रकार नगर में घरों में पानी घुस गया।दोपहर 1 बजे से रात 10 बजे तक सड़कों पर पानी लगा रहा। सबसे अधिक दिक्कत ट्रांसफॉर्मर मोड़ से दीपक हॉस्पिटल जाने वाली सड़क की है। इस सड़क के आसपास के पांच मोहल्लों के करीब 250 घरों के लाेग जलजमाव से घंटों परेशान रहे।

बिहार में बारिश की स्थिति
ब्लू जोन (सामान्य से 60%अधिक बारिश)
पूर्वी चंपारण
पश्चिमी चंपारण
गोपालगंज
शिवहर
सारण
मुजफ्फरपुर
वैशाली
मधुबनी
दरभंगा
समस्तीपुर
बेगूसराय
खगड़िया
कैमूर
जमुई

व्हाइट जोन (नो रेन वाला जिला)
शेखपुरा
जहानाबाद
औरंगाबाद
येलो जोन (60% तक कम बारिश)
अररिया
पूर्णिया
कटिहार
सहरसा
मधेपुरा
भागलपुर
मुंगेर
बांका
गया
भोजपुर

रेड जोन (59 से लेकर 20% तक कम)
सुपौल
पटना
बक्सर
स्काइ जोन (सामान्य 20 से 59% अधिक)
सीतामढ़ी
नालंदा
नवादा
सिवान

ग्रीन जोन ( 19% से कम और कहीं 19 प्रतिशत से अधिक)
रोहतास
लखीसराय
किशनगंज

