बक्सर में लगातार गंगा नदी का जलस्तर को बढ़ते देखकर तटवर्ती इलाके के लोग दहशत में हैं। गुरुवार की दोपहर में 4 सेंटीमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से गंगा नदी का बढ़ रही है। जबकि, सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक 2 सेंटीमीटर प्रति घण्टे की धीमी रफ्तार से बढ़ते देखा गया। दोपहर में अचानक बढ़ोत्तरी होने से शुक्रवार की दोपहर 3 बजे बक्सर में गंगा का जलस्तर 51.75 मीटर पर पहुंच गया है।
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बक्सर में चेतावनी बिंदु 59.32 मीटर तथा खतरे का निशान 60.32 मीटर पर बना हुआ है।हालांकि गंगा अभी खतरे के निशान से काफी नीचे हैं, लेकिन बढ़ने की गति से तटवर्तीय लोगो की धड़कने बढ़ हुई है। अगर इसी तरफ से गंगा के बढ़ने का सिलसिला जारी रहा तो खतरे का निशान छूने में उन्हें देर नहीं लगेगा।

मिली जानकारी के अनुसार एक दिन पूर्व गंगा के बढ़ने की रफ्तार दो सेमी प्रति घंटे थी। दूसरे दिन इसमें अचानक बढ़ोत्तरी शुरू हुई। बढ़ाव का सिलसिला जारी रहने से तटवर्ती इलाकों के रहने वाले सतर्क हो गए हैं। गंगा अभी अपने पाट में ही बह रही हैं,अभी गंगा नदी और इसकी सहायक ठोरा और कर्मनाशा नदी का पेटी भी नही भरा हुआ है।इस प्रकार अभी ज्यादा चिंता करने की बात नही है।

लेकिन, किसानों व पशुपालकों को उनके पशुओं के चारे की चिंता सताने लगी है। वहीं दीयरांचल और नैनीजोर के लोग हो रहे कटाव से भयभीत हो गंगा किनारे पहुंच कर गंगा के बढ़ने की रफ्तार का अंदाजा ले रहे हैं। उनका यह खौफ सता रहा है कि गंगा अगर ऐसे ही बढ़ती रही तो उनकी समस्याएं बढ़ सकती हैं।

केंद्रीय जल आयोग के कनीय अभियंता प्रशांत चौरसिया ने बताया कि दो दिनों से गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा हैं। शुक्रवार की दोपहर से गति तेज हो गई। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण शुक्रवार को चार सेंटीमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार बढ़ गई है।


