पटना : कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए किए गए विवादित संबोधन पर भारतीय जनता पार्टी जहां उनसे माफी मंगवाने की मांग पर अड़ी है, वहीं कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को लेकर बीजेपी के सामने झुकने को तैयार नहीं दिखती है. इसी क्रम में सियासत लगातार गर्म है और अब इसमें एनडीए की प्रमुख सहोगी दल जदयू ने भी अधीर रंजन चौधरी के विवादित संबोधन को राष्ट्रपति का ही नहीं बल्कि राष्ट्र का अपमान बताते हुए सार्वजनिक तौर पर माफी की मांग कर दी है.

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इसको लेकर ट्वीट करते हुए लिखा, देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति के लिए आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग निंदनीय है. राष्ट्रपति का अपमान राष्ट्र का अपमान है. कांग्रेस नेता श्री अधीर रंजन चौधरी जी को इस अपराध के लिए सार्वजनिक तौर पर क्षमा मांगनी चाहिए. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अपमान किए जाने के मुद्दे पर जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने अधीर रंजन चौधरी से सार्वजनिक माफी की मांग की.

बता दें कि अब तक जदयू ने इस मुद्दे पर कुछ भी टिप्पणी नहीं की थी, मगर जदयू अध्यक्ष के बयान से साफ है कि इस मुद्दे को लेकर एनडीए में एकजुटता है. एनडीए की एक और सहयोगी लोजपा के नेता व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने भी कांग्रेस संसद अधीर रंजन चौधरी के बयान पर आपत्ति जताते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से अधीर रंजन चौधरी की लोकसभा सदस्यता खत्म करने की मांग कर दी है. उन्होंने अधीर रंजन चौधरी को इस बयान के लिए माफी देने से भी मना करते हुए कहा कि अधीर रंजन चौधरी के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर आपत्तिजनक बयान के लिए माफ नहीं किया जा सकता.

बता दें कि बीते बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ का अधीर रंजन चौधरी समेत कई नेता विरोध कर रहे थे. इस दौरान विजय चौक पर पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद कांग्रेस नेताओं ने धरना-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था. इसी बीच मीडियाकर्मियों ने सवाल किया कि आगे क्या करेंगे, तो हमने कहा कि राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे. इस बीच उन्होंने राष्ट्रपति की जगह राष्ट्रपत्नी कह दिया था. ऐसा उन्होंने दो बार किया था.

भारतीय जनता पार्टी समेत एनडीए के नेताओं ने इसे राष्ट्रपति पद के साथ ही आदिवासी महिला का अपमान बताते हुए अधीर रंजन चौधरी से सदन में माफी की मांग की है. गुरुवार को इस मुद्दे को लेकर संसद में भी लगातार हंगामा होता रहा. एक वक्त पर सोनिया गांधी और स्मृति ईरानी के बीच भी लोकसभा के भीतर तू तू मैं मैं की स्थिति हो गई. इसके बाद मुद्दा और गर्मा गया है.


