छपरा के मकेर में नेवी जवान का पार्थिव शरीर पहुंचते ही कोहराम मच गया। परिजनों शरीर देखते ही दहाड़ मारकर रोने लगे। चारों तरफ चीख़ पुकार मच गया। नेवी जवान मकेर थाना क्षेत्र के तारा अमनौर निवासी गोबिंदा कुमार (30वर्ष) थे। वह अंडमान निकोबार में नेवी अधिकारी के रूप में कार्यरत थे। बुधवार देर रात वे शहीद हो गए।

दरअसल, परिजनों को गुरुवार सुबह घटना की सूचना मिला था। नेवी अधिकारियों द्वारा पत्नी के फ़ोन कर इस बात की सूचना दी गई। विभागीय कार्रवाई और मेडिकल प्रोसेस के बाद शनिवार को शव मकेर के तारा अमनौर पहुचा। शनिवार को अधिकारियों के देखरेख में गंडक नदी के किनारे अन्तिम संस्कार हुआ। तिरंगा में लिपटा शव देख सभी लोगो की आंखे नम हो जा रही थी।मृतक 2007 में इंडियन नेवी में कार्यरत थे।

ताबूत में बंद शरीर को तिरंगे में लिपटा देख परिजन फफक-फफक कर रो पड़े। शनिवार के सुबह नेवी के अधिकारी शव लेकर गांव पहुचे। मृतक जवान को देखने के लिए लोगो की भीड़ लग गई। शव के साथ आये अधिकारियों ने बताया कि मृतक गोबिंदा को अचानक से तेज बुख़ार महसूस हुआ जिसके बाद सहकर्मियों द्वारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहाँ ईलाज के दौरान मौत हो गई।

मृत सैनिक गोबिंद को एक पुत्र तथा एक पुत्री है।सैनिक की शादी बर्ष 2013 में बैशाली जिला के लालगंज स्थित शिरसा गाँव में हुआ था।मृत जवान गंडक नदी के घाट पर पंचतत्व में विलीन हो गया। इस दौरान सैकड़ो लोग शव यात्रा में भारत माता के जयकारे के साथ गोबिंद के अमर होने का नारा लगाते रहे।



