RJD से नजदीकी, तेज प्रताप यादव से मुलाकात, शहाबुद्दीन परिवार पर भारी पड़ने लगे रईस खान !

पटना:  राजद के कद्दावर नेता रहे शहाबुद्दीन की मौत के बाद अब सीवान जिले में नए सियासी समीकरण देखने को मिल सकते हैं. एक ओर राज्यसभा नहीं भेजे जाने को लेकर शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब  लालू परिवार और तेजस्वी यादव से नाराजगी की खबरें आम हैं तो दूसरी ओर सियासी खींचतान के भी आसार दिख रहे हैं. सीवान के कद्दावर माने जाने वाले रईस खान अब राजद के नजदीक दिख रहे हैं. एमएलसी चुनाव में दावेदारी ठोक चुके रईस खान ने तेज प्रताप यादव से मुलाकात की है, ऐसे में चर्चा तेज हो गई है कि क्या शहाबुद्दीन परिवार से लालू परिवार भी दूरी बना लेगा, साथ ही क्या सीवान में राजद की राजनीति का आधार क्या रईस खान बनने वाले हैं ?

रईस खानी की गिनती हाल के दिनों में सीवान के कद्दावार नेताओं में हो रही है (शहाबुद्दीन के साथ फाइल फोटो)

सीवान में शहाबुद्दीन का प्रभाव कैसा था ये सब जानते हैं. शहाबुद्दीन ने अपनी बदौलत न सिर्फ विधायक से सांसद तक का सफर तय किया बल्कि अगल-बगल के सभी जिलो में राजद के प्रभाव को भी मजबूत किया. शहाबुद्दीन के निधन के बाद धीरे-धीरे प्रभाव खत्म होना शुरू हुआ, ऐसे में रईस खान के रूप में नया चेहरा सीवान में उभरा है.

पिछले एमएलसी के चुनाव में रईस खान ने एमएलसी का चुनाव लड़ा. इस चुनाव में हिना शहाब और पुत्र ओसामा शहाब ने रईस को हराने में पृरी ताकत लगाई. इसे देखने हुए रईस खान ने 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है, साथ ही राजद से नजदीकियां बढ़ानी शुरू कर दी हैं. तेजप्रताप के मुलाकात के बाद माना जा रहा है रईस खान जल्द ही राजद की सदस्यता ले सकते हैं.

रईस खान की दबंग मानसिकता रही है

सीवान में रईस खान की छवि नये दबंग के रूप में उभर कर आई है. एमएलसी चुनाव के दौरान रईस खान पर AK 47 से हमला भी हुआ था. हाल ही में लखनऊ में तीन लोगों की मुठभेड़ पुलिस के साथ हुई थी. यूपी पुलिस ने बताया था कि इस गैंग में रईस खान के लोग शामिल थे. कई मामले रईस खान के उपर अलग-अलग थानों में दर्ज हैं, जिसमें कुछ मामलों में बेल मिली हुई है.

शहाबुद्दीन का परिवार लालू के बेहद करीब रहा है, पर राज्यसभा में हिना शहाब को  नहीं भेजने के बाद यह राजद के साथ खुलकर तल्खी बयान कर चुकी हैं. ऐसे में रईस खान का राजद में शामिल होने की चर्चा में सीवान में हलचल मचा दिया है. अगर रईस खान आरजेडी में शामिल होता है तो देखने वाली होगी तो सिवान के अल्पसंख्यक मतदाता किसके पाले में जाते हैं.

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