बेगूसराय में सरकारी सिस्टम से आजिज और ना’राज होकर एक महिला ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडोत्तोलन के दौरान पेट्रोल और माचिस लेकर आ’त्मदाह की को’शिश करने लगी। इस दौरान जिला परिषद कार्यालय में अ’फरा त’फरी का मा’हौल कायम हो गया। हालांकि मौके पर मौजूद लोगों की त’तपरता से अ’प्रिय घ’टना ट’ल गई।
बताया जा रहा है कि महिला ने जिप कार्यालय में हाथ में एक डब्बे में पेट्रोल और माचिस लेकर पहुंची थी। वहाँ पहुंच आग लगाने की कोशिश की। पर लोगों ने उसे किसी तरह आग लगाने से रोका लेकिन इस दौरान झंडोत्तोलन के समय काफी देर तक अ’फरा-त’फरी मचती रही। महिला बलिया प्रखंड के सादिकपुर गांव की रहने वाली बताई जा रही है।
जिला परिषद सदस्य जूना सिंह ने बताया कि जिला परिषद के अध्यक्ष ने महिला की समस्या सुनकर संबंधित अधिकारियों को मामले का तुरंत निपटारा करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि आपदा विभाग और जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण महिला आज दर दर की ठोकर खा रही है।
बताया जाता है कि 5 साल पहले महिला के पति और बेटे की मौत एक सड़क हादसे में हो गई थी। लेकिन सरकारी मदद के आश्वासन के 5 साल बीतने के बावजूद पीड़ित परिवार को सरकारी राहत के नाम पर कुछ भी नहीं मिला।
महिला सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगाकर थकने के बाद झंडोत्तोलन के दौरान आत्महत्या करने पहुंच गई। हालांकि उसे डीएम ऑफिस जाना था पर गलती से वह जिला परिषद कार्यालय ही पहुंचकर आग लगाने का प्रयास की जिसे लोगों के द्वारा बचा लिया गया।

