सुखाड़ की चिंता:17 अगस्त तक औसत वर्षा से 80.11% कम हुई बारिश, खेत में सूख गए धान के बिचड़े

लखीसराय। भादो माह का एक सप्ताह से अधिक समय बीत चुका है। इसके बाद भी बारिश अच्छी नहीं हो रही है। खेतों में किसान अब भी अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे हैं। वर्षा नहीं होने के कारण किसान अपने रोपे गए धान की फसल और उसका बिचड़ा बचाने की जुगत में है।

बारिश नहीं होने से सिंचाई के अभाव में पीला पड़ गया धान का बिचड़ा और फसल। - Dainik Bhaskarअगस्त महीने में भी अबतक पर्याप्त बर्षा नहीं हुई है। अबतक अगस्त महीने में 17 अगस्त तक 33.6 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो इस अवधि के सामान्य औसत वर्षा से 80.11 प्रतिशत कम है। अगस्त महीने में औसत सामान्य वर्षा 307.8 मिलीमीटर होने की संभावना है।

अगस्त महीने में जिले में धान की रोपनी का लक्ष्य 37 हजार 739 हेक्टेयर है। इसके विरूद्ध 13 हजार 369.30 हेक्टेयर में रोपनी हुई है। यह लक्ष्य का 35. 43 प्रतिशत है। किसानों को धान की रोपनी करने में वर्षा के साथ-साथ बिजली भी बाधक बनी हुई है।

पर्याप्त वर्षा न होने से धान की रोपाई प्रभावित हुई है। किसान तेजी से धान की रोपाई खेतों में नहीं कर पाए हैं। खेतों में पानी न होने से इंतजार करना पड़ रहा है। यही कारण है कि कृषि विभाग द्वारा दिए गए लक्ष्य के अनुरूप धान की रोपाई नहीं हो पाई है।

समय पर वर्षा नहीं होने से किसान को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसान डीजल और बिजली के मोटर के माध्यम से पटवन पर धान के फसल और बिचड़े बचाने और धान की रोपनी करने की जुगाड़ में लगे हुए है।

किसान को जरूरत के हिसाब से बिजली नहीं मिल रहा है। किसानों में 24 घंटे में मात्र 10 से 12 घंटे बिजली मिल रही है। उसमें भी हर एक 10 मिनट से आधा घंटा में बिजली कट रही है।

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Discover more from Muzaffarpur News

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading