बिहार में जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं। सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवा ठप है और जूनियर डॉक्टर्स धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकारी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों का स्टाइपेंड में बढ़ोतरी नहीं होने से ये नाराज हैं। छात्र 1 जनवरी 2020 से राशि बढ़ाने की मांग कर रहे थे। मांग पूरी नहीं होने पर पीएमसीएच समेत बिहार के सरकारी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर आज से धरना प्रदर्शन पर बैठ गए हैं। इससे स्वास्थ्य व्यवस्था पर असर पड़ा है। मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

PMCH में OPD सेवा ठप होने से मरीज और उनके परिजनों काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं छात्रों का कहना है कि हमलोगों को मात्र 15 हजार स्टाइपेंड मिलता है। उनकी मांग है कि उनका स्टाइपेंड 35 हजार रुपए प्रतिमाह कर दिया जाए। डॉक्टर्स का कहना है जबतक उनकी मांग सुनी नहीं जाती तो तबतक हमलोगों का आंदोलन जारी रहेगा।

PMCH में OPD सेवा ठप
बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल PMCH में MBBS के छात्रों ने स्टाइपेंड में बढ़ोतरी की मांग को लेकर ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार किया है। जूनियर डॉक्टरों ने अधीक्षक कार्यालय और PMCH के प्रिंसिपल कार्यालय का घेराव किया। वे स्टाइपेंड बढ़ने की मांग कर रहे हैं।

उनका कहना है कि पिछले 3 सालों से स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। बिहार छोड़ अन्य राज्यों में स्टाइपेंड की राशि अच्छी खासी है। पिछले कई माह से स्टाइपेंड बढ़ाने की लगातार मांग करने के बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ। जूनियर डॉक्टर्स ने PMCH परिसर में पैदल मार्च निकाला और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हंगामे के कारण ओपीडी सेवा पूरी तरह ठप है।

बेतिया के सरकारी कॉलेज में हड़ताल पर जूनियर डॉक्टर
बेतिया गवर्नमेंट मेडिकल अस्पताल में जूनियर डॉक्टर मानदेय बढ़ाने को लेकर हंगामा कर रहे हैं। कई जूनियर डॉक्टर आज सुबह से ही प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने OPD सेवा को बंद करवा दिया। स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग करने लगे। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती तब तक OPD सेवा बाधित रहेगी। इधर, OPD सेवा ठप रहने के बाद मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों का कहना है कि पैसे वाले लोग तो प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवा ले रहे हैं। लेकिन गरीब मरीज आखिर कहां जाएं।

मायागंज अस्पताल में जूनियर डॉक्टर कर रहे प्रदर्शन
भागलपुर के मायागंज अस्पताल का भी यही हाल रहा। यहां भी जूनियर डॉक्टर आज हड़ताल पर बैठ गए। पूर्वी क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा अस्पताल में ओपीडी को बंद करवा दिया। इस कारण सुबह से ही OPD के बाहर मरीजों की भीड़ लगी रही।
जूनियर डॉक्टर का कहना है कि पिछले 3 साल से यह लोग सरकार से अपनी स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन आज तक इनका स्टाइपेंड नहीं बढ़ाया गया। जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि मात्र 15 हजार रुपए मिल रहे हैं। जबकि इन लोगों की मांग है कि इन्हें बढ़ाकर 35 हजार किया जाए। अगर मांग पूरी नहीं होती है तो आगे भी आंदोलन जारी रहेगा।
