मुंगेर। जिले में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। विगत 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 22 सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस प्रकार गंगा का जलस्तर 37.52 मीटर से 22 सेंटीमीटर बढ़कर 37.74 मीटर पहुंच चुका है। इसके कारण गंगा के किनारे स्थित निचले ग्रामीण इलाके में बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है।
फलस्वरुप लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन करने लगे हैं। मंगलवार को सदर प्रखंड के टीकारामपुर गांव में कई स्थानों पर गंगा का पानी प्रवेश कर चुका था। इसके कारण लोग अपने-अपने पशुओं को सुरक्षित उंचे स्थानों पर ले जाने की तैयारी में लगे देखे गए।
वहीं दूसरी ओर कटाव जैसी आपदा से निपटने के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा गंगा के किनारे रखा गया बालू से भरा ईसी बैग किसी काम नहीं आ सका तथा बाढ़ के पानी में डूब चुका है अथवा चारो ओर पानी से घिर चुका है।
इसके अलावा गंगा के बीचों बीच स्थित सीताचरण गांव के आस-पास बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। जिसके कारण खेतों में लगा पशुओं का चारा बाढ़ के पानी में डूब गया है। इसके कारण सीताचरण के पशुपालकाें के सामने चारा की समस्या गहराने लगा है।

गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी के कारण सदर प्रखंड के गंगा पार स्थित कुतलुपुर पंचायत एवं जाफर नगर पंचायत के लगभग 20 हजार से अधिक आबादी का सड़क से संपर्क भंग हो गया। अब यहां के लोग को जिला मुख्यालय पहुंचने में लगभग 17 किलोमीटर से अधिक लंबी दूरी तय करना पड़ेगा।
पहले कुतलुपुर पंचायत के लोग श्रीकृष्ण सेतु का फरवरी 2022 में उद्घाटन होने के बाद बेगूसराय जिले के पंचवीर बाजार, साहेबपुर कमाल होते हुए श्रीकृष्ण सेतु के माध्यम से मुंगेर जिला मुख्यालय पहुंचते थे। जबकि इससे पूर्व बाढ़ के दिनों में कुतलुपुर तथा जाफरनगर पंचायत के लोगों के लिए जिला मुख्यालय पहुंचने का एकमात्र साधन नाव ही हुआ करता था। वहीं वर्तमान स्थिति में जब पंचवीर बाजार के होते हुए कुतलुपुर पहुंचने वाली सड़क बाढ़ के पानी में डूब चुकी है तो यहां के लोगों को अब बेगूसराय जिले के मसुदनपुर गांव से बलिया, साहेबपुर कमाल तथा श्रीकृष्ण सेतु होते हुए जिला मुख्यालय पहुंचना होगा। इसके कारण यहां के लोगों को अब लगभग 17 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी।

