मुजफ्फरपुर : गया के विष्णुपद मंदिर में मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी के प्रवेश को लेकर मंदिर में शुद्धिकरण महापूजा की गई है। 21 पंडितों ने पंचगव्य से शुद्धिकरण अनुष्ठान किया। इसके साथ ही मंत्री को बर्खास्त करने की भी मांग की है। इधर, मुजफ्फरपुर में इसे लेकर बुधवार को बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री इसराइल मंसूरी समेत 7 लोगों के खिलाफ परिवाद दायर किया गया।

सोमवार की देर शाम विष्णुपद मंदिर का शुद्धिकरण कराए जाने के बाद बुधवार को महापूजा कराई गई है। इससे पहले मंदिर के गर्भगृह को फल्गु और गंगा के जल से धुलवाया गया। शुद्धिकरण महापूजा अनुष्ठान और क्षमा याचिका पूजन किया गया।शुद्धिकरण के दौरान भगवान श्री हरि नारायण के चरणों में पंचगव्य से शुद्धिकरण अनुष्ठान किया गया। पंचगव्य में गोमूत्र, गंगाजल, दूध, दही, शहद से शुद्धिकरण अनुष्ठान पूजन चला। शुद्धिकरण पूजन 2 घंटे से अधिक समय तक चला। इस दौरान मंदिर का गर्भगृह वैदिक मंत्रों से गुंजायमान हो रहा था। अनुष्ठान में 21 ब्राह्मण हुए थे।

बिहार सरकार के मंत्री इसराइल मंसूरी के विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने से गया पाल पंडा समाज और हिंदू समाज में नाराजगी देखने को मिल रही है। बीजेपी के नेता भी तेवर में आ गए थे। वे तमाम तरह के बयानबाजी में जुट गए थे।

वहीं गया पाल पंडा समाज ने मंत्री की बरखास्तगी की मांग की है। इस संबंध में विष्णुपद मंदिर प्रबंधक कारिणी समिति के अध्यक्ष शंभूलाल विठ्ठल का कहना है कि मंत्री इसराइल अंसारी की बर्खास्तगी की जाए. यदि मंत्री की बर्खास्तगी नहीं होती है तो मुख्यमंत्री को भी दोषी माना जाएगा।

विष्णुपद मंदिर में प्रवेश मामले में 7 पर परिवाद दायर
मुजफ्फरपुर में बुधवार को बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मो इसराइल मंसूरी समेत 7 लोगों के खिलाफ परिवाद दायर किया गया। बिहार सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष आचार्य चंद्र किशोर पाराशर के द्वारा दायर इस परिवाद में सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी, विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के कार्यकारी अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल,मंदिर प्रबंधकारिणी समिति के सचिव गजाधर पाठक, गया के एसपी, एसडीओ और विष्णुपद मंदिर पुलिस चौकी के प्रभारी को आरोपित किया गया है।


